Rajasthan News: राजस्थान के बाड़मेर कलेक्ट्रेट में इन दिनों कुछ ‘अजीब' सा चल रहा है. प्रशासनिक दफ्तर जहां अक्सर शाम ढलने के बाद भी फाइलें खुली रहती हैं. वहीं मंगलवार को पहली बार ठीक शाम 6 बजे ही ताला जड़ दिया गया है. हड़बड़ाए अफसर और कर्मचारी मिनट भर भी रुके बगैर बाहर निकलते दिखे. आमतौर पर विभिन्न मीटिंग्स, कार्यों और फाइलवर्क के चलते यहां देर रात तक चहल-पहल रहती है, लेकिन मंगलवार का नज़ारा हर किसी को सोच में डाल गया है.
राष्ट्रपति के हाथों सम्मानित हुईं थीं टीना डाबी
पिछले दिनों बाड़मेर-जैसलमेर सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल ने दिशा की बैठक में हाल ही में राष्ट्रपति के हाथों सम्मानित हुई बाड़मेर जिला कलेक्टर टीना डाबी को लेकर भी शंका जाहिर की थी. उन्होंने दिशा की बैठक में बाड़मेर में बने टांकों से पानी सहेजने के आधार पर सम्मान प्राप्त किया था.
इसी पर सांसद ने शंका जाहिर की थी कि वर्षभर में इतने टांकों की स्वीकृतियां ही जारी नहीं हुई थीं, लेकिन झूठे आंकड़े पेश कर उन्होंने सम्मान पा लिया. बताया जा रहा है कि एक दिन पूर्व ही यहां देर रात प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे. इस अचानक बदलाव ने पूरे शहर में एक अलग ही चर्चा छेड़ दी है कि “आखिर इन दिनों कलेक्ट्रेट में चल क्या रहा है?”
कैमरों से बचे नजर आए अधिकारी
यह भी खास बात रही कि ताले बंद होने के बाद भी कुछ कर्मचारी अंदर फाइल वर्क करते दिखे. बताया जा रहा है कि कई महत्वपूर्ण विभागों में पेंडिंग कार्यों को पूरा करने के लिए कर्मचारियों ने ताले के भीतर से ही काम जारी रखा है. हालांकि जब NDTV की टीम पहुंची तो अधिकारी कैमरों से बचते हुए नजर आए.
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