राजस्थान विधानसभा में 'भूतों' का साया?
Byline- Anamika Mishra
इसकी बैठने की क्षमता 200 सदस्यों की है, लेकिन यह संख्या कभी भी पूरे पांच वर्षों तक कायम नहीं रह पाती.
यहां 200 विधायक कभी एक साथ नहीं बैठ पाए. कई लोग इसे अंधविश्वास भी मानते हैं.
कहा जाता है कि 2001-2 में इसका उद्घाटन करने वाले की भी तबीयत खराब हो गई थी.
तब से कोई न कोई विधायक अचानक मर जाता है, जेल चला जाता है, या सांसद बनकर संसद पहुंच जाता है
पिछले 4 वर्षों में 6 विधायकों की अचानक मृत्यु हो चुकी है.
इसमें तत्कालीन मंत्री मास्टर भंवरलाल, विधायक किरण माहेश्वरी, भंवरलाल शर्मा,कैलाश त्रिवेदी, गजेंद्र सिंह शक्तावत और गौतमलाल मीणा का नाम शामिल है.
वास्तु शास्त्र के जानकारों की मानें तो राजस्थान विधानसभा की बनावट में वास्तु दोष है
विधानसभा शमशान की जमीन पर बनी हुई है.
इसका दक्षिणी भाग नीचा है और विधानसभा का पश्चिम द्वार भी वास्तु के हिसाब से सही नहीं है.
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