Byline: Anamika Mishra

जहां पूरी हुई थी अकबर की मुराद, PM मोदी के जन्मदिन पर वहीं बना लंगर

PM मोदी के 74वें जन्मदिन पर अजमेर शरीफ में शाकाहारी लंगर तैयार किया जाएगा

यह पहली बार है कि ख्वाजा सरकार की दरगाह पर किसी प्रधानमंत्री के लिए लंगर तैयार किया जाएगा.

इस कदम के बाद लोगों ने गूगल पर अजमेर शरीफ को सर्च करना शुरू कर दिया है।

ऐसा माना जाता है कि जो भी ख्वाजा के दर पर आता है, गरीब नवाज उन्हें प्रेम, स्नेह और मानवता का संदेश देते हैं।

मोइनुद्दीन हसन चिश्ती का जन्म 1141-42 ई. में ईरान के सिजिस्तान में हुआ था।

भारत में चिश्ती संप्रदाय की स्थापना ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती ने की थी।

मोइनुद्दीन चिश्ती को निज़ामुद्दीन औलिया के बाद दूसरा सबसे बड़ा सूफी संत माना जाता है

बादशाह अकबर भी ख्वाजा गरीब नवाज में काफी विश्वास रखते थे. 

औलाद की ख्वाहिश में अकबर 437 किमी. पैदल चलकर ख़्वाजा की दरगाह पर आए थे. इसके बाद ही उनके घर में जहांगीर हुआ था.

21 हजार फीट ऊंची चोठटी फहराया तिरंगा

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