जैसलमेर का ऐसा मंदिर जहां मुस्लिम भी करते हैं सजदा
Byline: Upendra Singh
Credit: Shrikant Vyas
कलयुग के कृष्ण अवतार के रूप में पूजा होती है.
बाबा रामदेव का 640वां भादवा मेला 5 सितंबर से शुरू होगा. अभी में भक्तों की लगने लगी भीड़
हिन्दू इन्हें बाबा रामदेव और मुस्लिम रामसा पीर कहते हैं
बाबा रामदेव महाराज का जन्म 1409ईस्वी में पोकरण के शासक अजमाल सिंह तंवर के घर हुआ था.
बाबा रामदेव को 36कोम के लोग पूजते हैं, क्योंकि बाबा ने सामाजिक समरसता का संदेश दिया था.
रामसरोवर तालाब को रामदेव ने खुद खुदवाए
सरोवर की मिट्टी के लेप से चर्म रोग से छुटकारा मिलता है
पैदल चलकर बाबा के पास आते हैं भक्त
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