जैसलमेर की भूमि ब्रज की तरह क्यों है पवित्र?

Credit-NDTV 

By Line: upendra Singh


जैसलमेर रियासत पर कृष्ण के वशंज करते थे राज

जैसलमेर में मौजूद मेघडंबर छत्र इसका प्रमाण है 


रुखमणि विवाह के समय भगवान इंद्र ने कृष्ण भगवान को दिया था मेघडंबर छत्र और श्रीकृष्ण ने रख लिया. यह छत्र अपने वंशजों को दिया.

गोविंदसर चरण चौकी में एक गिरिराज पर्वत का निर्माण किया गया है, भक्त इसकी परिक्रमा करते हैं 

वैष्णव पंथ से जुड़े शेखर व्यास बताते हैं कि ठाकुर जी के भक्तों ने गिरिराज पर्वत के कुछ अंश जैसलमेर लाए 

जब वो भारत से गए तो इन स्वरूपों को जैसलमेर के गोविंदसर बैठक में भेज दिया

इस स्वरूप को गलती से गोविंद कुंड में प्रवाहित कर दिए

भक्तों ने गिरिराज जी के स्वरूपों को कड़ी मेहनत कर कुंड से निकाला

5 स्वरूप में से 4 स्वरूप ही मिल पाए थे. एक पर्वत निर्माण में और 2 स्वरूप चरणों में स्थापित किए गएवही एक अन्य स्वरूप को सुरक्षित रखा गया है.

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