राजस्थान के राजनीतिक गलियारों में इन दिनों बारां जिले की अंता विधानसभा उपचुनाव (Anta By Election) की सरगर्मियां चरम पर हैं. यह उप-चुनाव न सिर्फ राजस्थान की भजनलाल सरकार और विपक्ष की कांग्रेस के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न बन गया है, बल्कि यह इस बात का भी प्रमाण है कि भारतीय राजनीति में अब 'नारी शक्ति' महज पर्दे के पीछे की ताकत नहीं रही, बल्कि चुनावी रण की अग्रिम पंक्ति की योद्धा बन चुकी है. पुरुष नेताओं, मंत्रियों के साथ-साथ, महिला नेत्रियों, विधायकों और यहां तक कि प्रत्याशियों की पत्नियों ने भी इस चुनावी मुकाबले में पूरी ताकत झोंक दी है.