Samandar Hilorane: इस अनूठी परम्परा को जल संरक्षण से भी जोड़ कर देखा जा सकता है, इलाके में जेठ और आषाढ़ के महीनों की गर्मी में भी गांवों में महिलाएं अपने ससुराल में तालाब से मिट्टी खोद कर बाहर डालती हैं, मान्यता के अनुसार साल के 365 दिन के हिसाब से इतनी ही तगारी भरकर मिट्टी तालाब किनारे डाली जाती है.