Bharatpur News: राजस्थान में भरतपुर के अपना घर आश्रम ने एक बार फिर इंसानियत की मिसाल पेश की है. 24 साल पहले मानसिक अवसाद के कारण घर से बिछड़ी पश्चिम बंगाल की रूपाली हेमब्रम को उनके परिवार से मिलवाया गया. चार साल पहले जयपुर से रेस्क्यू होकर आश्रम पहुंची रूपाली ने जब अपने गांव का पता बताया, तो आश्रम की टीम ने उनके बेटे से संपर्क किया. 48 घंटे का सफर तय कर बेटा और विधायक भरतपुर पहुंचे, जहां मां-बेटे का मिलन देख हर आंख नम हो गई.