Dausa By election: जगमोहन मीणा को कैसे मिला उपचुनाव में टिकट? डॉ. किरोड़ीलाल ने बताई पूरी कहानी

Rajasthan Politcs: जगमोहन मीणा का मुकाबला बीजेपी प्रत्याशी दीनदयाल बैरवा उर्फ डीसी बैरवा से होगा. दोनों पार्टियों ने इस बार मीणा उम्मीदवार उतारा है. जातिगत समीकरण के चलते इस बार दौसा सीट का मुकाबला दिलचस्प हो गया है.

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Rajasthan Politics: दौसा सीट से उपचुनाव के लिए जगमोहन मीणा को बीजेपी उम्मीदवार बनाए जाने के बाद डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने बयान दिया है. भाई को टिकट मिलने के बाद उन्होंने कई वजह गिनाईं. बीजेपी (BJP) नेता ने कहा कि जगमोहन मीणा को काबिलियत के चलते टिकट मिला. चुनाव (Election) में मुद्दा विकास, सद्भावना, समरसता और भाईचारा का रहेगा. किरोड़ीलाल मीणा ने कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान जगमोहन के टिकट पैरवी भी की थी, लेकिन पार्टी ने उचित नहीं समझा तो अब उपचुनाव में दौसा से प्रत्याशी बनाया है. मेरा पूरा परिवार बीजेपी की विचारधारा के साथ है. मेरा परिवार 40 साल से पार्टी का काम करते हुए विचारधारा को मजबूत कर रहा है.

'इन्हें टिकट दिलाने में मेरा कोई योगदान नहीं'

उन्होंने कहा कि साल 2014 में आरएसएस पद से इस्तीफा देकर टिकट की मांग की थी, लेकिन समय से पहले और किस्मत से ज्यादा कुछ नहीं भी मिलता. उन्होंने कहा कि भागीरथ के सिर पर गंगा आई थी, वो भी लंबी तपस्या के बाद. अब जगमोहन मीणा के लिए पार्टी ने जब उचित समझा तो टिकट दे दिया. इनको टिकट दिलाने मे मेरा कोई योगदान नहीं.

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दोनों पार्टियों का उम्मीदवार मीणा समुदाय से

जगमोहन मीणा का मुकाबला बीजेपी प्रत्याशी दीनदयाल बैरवा उर्फ डीसी बैरवा से होगा. दोनों पार्टियों ने इस बार मीणा उम्मीदवार उतारा है. ऐसे में भाजपा को सवर्ण मतदाताओं की नाराजगी का सामना करना पड़ सकता है. बीजेपी उम्मीदवार शंकर लाल शर्मा ने साल 2013 में यहां जीत हासिल की थी. वहीं, कांग्रेस ने इस बार दलित उम्मीदवार पर दांव खेला है. ऐसे में दौसा सीट के जातीय समीकरण दिलचस्प हो गए हैं. 

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