Rajasthan: खुदाई में जेवर मिलने का लालच देकर ₹7 लाख की ठगी, अलवर पुलिस ने 3 शातिर ठग दबोचे

Alwar Crime News: यह मामला 16 सितंबर 2025 का है, जब लक्ष्मणगढ़ थाना क्षेत्र के तुमरेला निवासी प्रार्थी हुकुमचंद ने एन.ई.बी. थाने में ठगी की रिपोर्ट दर्ज कराई.

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अलवर: ₹7 लाख की ठगी का खुलासा! 'जमीन में गड़ा खजाना' बताकर थमाए पीतल के जेवर
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Rajasthan News: राजस्थान के अलवर शहर में 'जमीन में गड़ा खजाना' और असली सोने के जेवर सस्ते में बेचने का लालच देकर लोगों को ठगने वाले एक बड़े रैकेट का खुलासा हुआ है. एन.ई.बी. थाना पुलिस ने कार्रवाई करते हुए, ₹7 लाख की ठगी के मामले में तीन शातिर आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस का मानना है कि इस गिरोह के तार और बड़े नेटवर्क से जुड़े हो सकते हैं.

क्या था ठगी का तरीका?

पुलिस के अनुसार, यह गिरोह भोले-भाले लोगों को आसान और बड़ा मुनाफा कमाने का लालच देकर फंसाता था. ठग पहले ऐसे लोगों से पहचान बढ़ाते थे जो आसान मुनाफे की तलाश में होते थे. ठग पीड़ित को विश्वास दिलाते थे कि उन्हें मकान या जमीन की खुदाई के दौरान भारी मात्रा में सोने के पुराने जेवर मिले हैं. ठग दावा करते थे कि वे इन जेवरों को कानूनी पचड़ों से बचने के लिए कौड़ियों के दाम पर बेचना चाहते हैं. असली सोने का एक छोटा टुकड़ा दिखाकर विश्वास जीतते थे. एक बार जब पीड़ित विश्वास कर लेता था और बड़ी रकम लेकर आता था, तो ठग चालाकी से असली सोने के जेवरों के बदले में पीतल या नकली धातु के आभूषणों से भरी पोटली थमाकर फरार हो जाते थे.

अलवर की घटना, ₹7 लाख की चपत

यह मामला 16 सितंबर 2025 का है, जब लक्ष्मणगढ़ थाना क्षेत्र के तुमरेला निवासी प्रार्थी हुकुमचंद ने एन.ई.बी. थाने में ठगी की रिपोर्ट दर्ज कराई. प्रार्थी ने अपनी शिकायत में बताया कि दो व्यक्तियों ने उन्हें इसी तरह खुदाई में सोने के जेवर मिलने का झांसा दिया. हुकुमचंद उनके झांसे में आ गए और ₹7 लाख नकद देकर उनसे सोने के बदले पीतल के आभूषणों की पोटली ले ली. जब उन्हें ठगे जाने का पता चला, तो उन्होंने तुरंत पुलिस से संपर्क किया.

पुलिस का त्वरित एक्शन और गिरफ्तारी

मामले की गंभीरता को देखते हुए, एडिशनल एसपी शरणं कांबले (IPS) ने एन.ई.बी. थाना टीम को तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए. पुलिस ने तुरंत मामला दर्ज कर तकनीकी अनुसंधान (Technical Investigation) और आसूचना संकलन (Intelligence Gathering) का सहारा लिया. यह तकनीक आरोपियों के मोबाइल लोकेशन, कॉल डिटेल्स और डिजिटल फुटप्रिंट्स पर आधारित होती है. पुलिस टीम की तेज कार्रवाई के चलते, जल्द ही ठगी करने वाले तीनों शातिर आरोपियों को दबोच लिया गया. पुलिस के अनुसार, तीनों आरोपी बापर्दा (चेहरा ढंककर) गिरफ्तार किए गए हैं. पुलिस अब उनसे ठगी में इस्तेमाल किए गए तरीके, उनके नेटवर्क, और उन्होंने प्रदेश के अन्य हिस्सों में कितनी वारदातों को अंजाम दिया है, इसके बारे में गहनता से पूछताछ कर रही है.

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