Bank accounts on rent for cyber fraud: साइबर ठगी के कई हथकंडों के बारे में आपने सुना होगा. लेकिन क्या कभी बैंक खाता किराए पर लेकर साइबर ठगी की वारदात के बारे में सुना? सुनने में थोड़ा अजीब है. लेकिन यह मामला है उदयपुर का, जहां युवा लग्जरी लाइफ जीने के लिए बैंक खाता किराए पर दे रहे हैं. इन खातों में ठगी की राशि ट्रांसफर करने के बाद खाताधारकों को भी ठग मोटी रकम देते हैं. साइबर ठग बैंक इन खातों का इस्तेमाल ठगी के लिए करते हैं. सिर्फ उदयपुर ही नहीं बल्कि राजस्थान और देश के कोने-कोने में इसका जाल फैला हुआ है.
एक्सपर्ट का दावा- हर शहर में करीब 10 हजार खाते
साइबर एक्सपर्ट का दावा है कि उदयपुर में ऐसे 8 से 10 हजार खाते हैं. इसके लिए ठगों ने हर शहरों में एजेंट छोड़ रखे हुए हैं. उदयपुर के साइबर एक्सपर्ट श्याम चंदेल ने बताया, "ठगों ने हर जगह अपने एजेंट छोड़े हुए हैं, जो विशेष तौर पर कॉलेज स्टूडेंट या युवाओं को टारगेट करते हैं. इन्हीं युवकों के बैंक अकाउंट के जरिए साजिश को अंजाम देते हैं."
पार्ट टाइम जॉब के नाम पर दिया जाता है झांसा
कॉलेज स्टूडेंट और युवाओं को ऑनलाइन पार्ट टाइम जॉब का झांसा दिया जाता है. जब युवक इन एजेंटों के झांसे में आ जाते हैं, तब प्लानिंग को अंजाम दिया जाता है. इसके लिए सबसे पहले उन युवकों के दस्तावेजों से बैंक में खाता खुलवाया जाता है.
कई बैंक खाते फ्रीज कर चुकी है पुलिस
इस खाते में साइबर ठग लाखों करोड़ों रुपए का ट्रांजेक्शन करते हैं और इसके बदले कमीशन के रूप में युवाओं को राशि देते हैं. युवाओं को मोटी रकम देकर उन्हें भरोसा दिलाया जाता है और फिर साजिश को अंजाम दिया जाता है. जब पुलिस तक मामले पहुंचता है तो इन खातों को फ्रिज करवा दिया जाता है.
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