Didwana News: राजस्थान के डीडवाना जिले के मकराना उपखंड के बरवाली गांव में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां आमजन की सुरक्षा करने वाली पुलिस ही सवालों के घेरे में आ गई है. मामला एक पुलिसकर्मी के जरिए दलित महिला के साथ अभद्रता के साथ मारपीट करने का है. वहीं दूसरी ओर पुलिस ने भी महिला के परिजनों पर हमला करने और राजकार्य में बाधा पहुंचाने का मामला दर्ज किया है. वही घटना से जुड़ा वीडियो कल से सुर्खियों में छाया हुआ है.
पुलिस को रोकने की कोशिश में महिला को दिया धक्का
मकराना पुलिस की टीम बरवाली गांव में एक जमीन विवाद के मामले की जांच करने पहुंची थी. इस दौरान जब पुलिस ने एक युवक को अपनी गाड़ी में बिठाया, तो दलित परिवार की एक महिला ने पुलिस को रोकने की कोशिश की. इसी कोशिश में एएसआई विनोद कुमार को गुस्सा आ गया और उसने महिला पर हाथ उठाकर धक्का दे दिया, जिससे महिला जमीन पर गिर गई. इसके बाद पुलिसकर्मी ने महिला को डराने के लिए हाथ में डंडा भी उठा लिया. इस घटना का वीडियो कल से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
पूरे परिवार के साथ पुलिस ने की मारपीट
इस मामले में पीड़िता के पति चंपालाल मेघवाल ने बताया कि पुलिसकर्मियों ने न सिर्फ़ पूरे परिवार के साथ मारपीट की, बल्कि उनके घर में भी तोड़फोड़ की. इसके अलावा घरेलू सामान, ट्रैक्टर और कार को भी काफ़ी नुकसान पहुंचाया गया. थाने लाकर भी उनके साथ मारपीट की गई.
एसपी ने पुलिसकर्मी को किया लाइन हाजिर
जब इस मामले की खबर डीडवाना एसपी ऋचा तोमर तक पहुंची, तो उन्होंने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत संज्ञान लिया और आरोपी पुलिसकर्मी विनोद कुमार को लाइन हाजिर कर दिया. साथ ही परबतसर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जिनेंद्र जैन को पूरे मामले की जांच के निर्देश दिए गए हैं.
पुलिस ने आरोपी परिवार पर दर्ज कराई FIR
दूसरी ओर, पुलिस ने भी इस मामले में अपनी तरफ से एक FIR दर्ज की है. पुलिस का कहना है कि वे जांच के लिए गए थे, लेकिन तभी उन पर हमला किया गया और पथराव हुआ. पुलिस के अनुसार, इस हमले में ASI और एक महिला कांस्टेबल घायल हो गई, और उनकी गाड़ी को भी नुकसान पहुंचाया गया। पुलिस ने यह भी आरोप लगाया कि परिवार के दो सदस्यों ने ट्रैक्टर और कार से पुलिस टीम को कुचलने की कोशिश की, जिससे उन्हें गाड़ी के पीछे और मकान के अंदर छिपकर अपनी जान बचानी पड़ी.
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने पुलिस कार्रवाई पर उठाए सवाल
पुलिस के इस बर्ताव ने उनकी कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. इस घटना पर राजनीति भी गरमा गई है. राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा कि राजस्थान में दलितों पर अत्याचार के मामले लगातार सामने आ रहे हैं, जिनमें कभी बाहुबली तो कभी खुद पुलिस शामिल होती है. उन्होंने आरोप लगाया कि बरवाली में पुलिस ने मेघवाल समाज के परिवार के साथ बर्बरता की है.
जूली के अनुसार, पुलिसकर्मियों ने महिलाओं के साथ मारपीट की, घर में तोड़फोड़ की, और यहां तक कि ट्रैक्टर और गाड़ी को भी नुकसान पहुंचाया. इसके बाद परिवार को थाने ले जाकर भी उनके साथ मारपीट की गई.जूली ने इस मामले में एसपी से फोन पर बात कर घटना की जानकारी ली और पीड़ित परिवार के लिए न्याय सुनिश्चित करने की मांग की है.
यह भी पढ़ें: सड़कों पर खाना, खुले आसमान के नीचे रात... झालावाड़ में अपनी मांगों को लेकर क्यों डटे हैं किसान?
वीडियो देखें: