Looteri Dulhan: लुटेरी दुल्हन गैंग का पर्दाफाश, कोमल' निकली 'सलोनी', पति के साथ मिलकर करती थी ठगी

Rajasthan News: बांसवाड़ा में लुटेरी दुल्हन का मामला सामने आया है. केस जिले के प्रतापगढ़ का रहने वाला है. प्रतापगढ़ रोड पर रहने वाले एक युवक भुवनेश दोसी ने शादी के नाम पर थाने में लाखों की ठगी की रिपोर्ट दर्ज कराई है.

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प्रतीकात्मक तस्वीर

Looteri Dulhan News: राजस्थान के बांसवाड़ा में लुटेरी दुल्हन का मामला सामने आया है. केस जिले के प्रतापगढ़ का रहने वाला है. मामला इलाके के घाटोला थाना का है.  जिसमें पुलिस ने ठगी की वारदात में शामिल दो लोगों को मध्यप्रदेश के इंदौर से गिरफ्तार किया है. ये दोनों पिछले चार महीनों से फरार चल रहे थे. 

 फर्जी आधार कार्ड दिखाकर की शादी

लुटेरी दुल्हन मामले पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी जानकारी देते हुए बताया कि  प्रतापगढ़ रोड पर रहने वाले एक युवक भुवनेश दोसी ने शादी के नाम पर थाने में लाखों की ठगी की रिपोर्ट दर्ज कराई है. उसने रिपोर्ट में बताया कि पहले से विवाहित महिला सलोनी और उसकी सहयोगी सरिता जैन फर्जी आधार कार्ड का इस्तेमाल कर उससे शादी की. विवाह के कुछ दिन बाद ही दुल्हन ( सलोनी), सोने-चांदी के जेवर, एक मोबाइल , बोट एयरबड्स तथा कुल 4,72,000 रुपये लेकर फरार हो गई. 

मुख्य आरोपी पहले ही हो चुकी है गिरफ्तार

मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने केस दर्ज करते हुए  पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी के निर्देशन में और थानाधिकारी निर्भय सिंह के नेतृत्व में एक टीम गठित कर मामले की जांच सौंपी. जिसके तहत जांच टीम में अलग अलग स्थानों पर दबिश दी जिसमें मुख्य आरोपी सलोनी को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था. और आज इनके गैंग के दो और सदस्य को गिरफ्तार किया गया.

लुटेरी दुलहन सलोनी निकली कोमल

गिरफ्तारी के बाद पुलिस पूछताछ में आरोपियो ने बताया कि लुचेरी दुलहन सलोनी का असली नाम कोमल है. और वह महाराष्ट्र के बुलढाणा की रहने वाली है. उसकी शादी योगेश से हुई है जो वही का रहने वाला है. इस ठगी के काम को वह अपने पति और साथी सरिता जैन के साथ मिलकर अंजाम देती है. जिसमें वह फर्जी दस्तावेजों का सहारा लेकर अलग-अलग लोगों से शादियां कर ठगी करती थी. 

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दो आरोपी पकड़े गए
Photo Credit: NDTV

ये दो नए आरोपी पकड़े गए

फिलहाल पुलिस इस मुख्य गैंग को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. इसके बाद  इस ठगी में फर्जीवाड़ा करने और योजना में सक्रिय सहयोग करने वाले दो सहयोगी, मंगलावर को  गिरफ्तार किया गया. जिनकी पहचान अजय और मोहित के रूप में हुई. पुलिस ने बताया कि इन दोनों आरोपियों ने फर्जी आधार कार्ड बनाने, एडिटिंग करने तथा पूरी ठगी की योजना में साथ दिया था. आरोपियों के कब्जे से घटना में इस्तेमाल हुए मोबाइल फोन और एडिट किए गए आधार कार्डों की  कॉपियां मिली है जिसे जब्त कर लिया गया हैं. आगे की पूछताछ और जांच जारी है.

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