PM Security Breach: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में चूक का मामला, SP गुरबिंदर सिंह समेत 7 पुलिसकर्मी सस्पेंड

पिछले साल पंजाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में चूक के लिए सात पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है. यह घटना तब हुई जब मोदी का काफिला प्रदर्शनकारी किसानों के नाकाबंदी के कारण एक फ्लाईओवर पर 20 मिनट तक फंसा रहा. निलंबित पुलिसकर्मियों में फिरोजपुर के तत्कालीन SP और दो DSP रैंक के अधिकारी शामिल हैं.

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पीएम की सुरक्षा में चूक को लेकर सात पुलिसकर्मी निलंबित

पंजाब पुलिस के सात सुरक्षाकर्मियों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में चूक के लिए निलंबित कर दिया गया है. पिछले साल जनवरी में प्रधानमंत्री मोदी की पंजाब यात्रा के दौरान हुई सुरक्षा उल्लंघन की जांच में सामने आया था कि इन सुरक्षाकर्मियों ने लापरवाही बरती थी.

निलंबित किए गए पुलिसकर्मियों में फिरोजपुर जिले के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक गुरविंदर सिंह, डीएसपी पारसन सिंह और डीएसपी जगदीश कुमार, इंस्पेक्टर जतिंदर सिंह और बलविंदर सिंह, सब-इंस्पेक्टर जसवंत सिंह और सहायक सब-इंस्पेक्टर रमेश कुमार शामिल हैं. इन पुलिसकर्मियों पर आरोप है कि उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के काफिले को सुरक्षित रास्ता देने में लापरवाही बरती थी, जिसके कारण उनका काफिला प्रदर्शनकारी किसानों की नाकाबंदी में फंस गया था.

पंजाब सरकार ने इस मामले में सख्त कार्रवाई करते हुए इन सात पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है. साथ ही, इन पुलिसकर्मियों के खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू कर दी गई है. जांच रिपोर्ट के आधार पर इन पुलिसकर्मियों के खिलाफ आगे की कार्रवाई की जाएगी.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में चूक का मामला पिछले साल काफी चर्चा में रहा था. विपक्षी पार्टियों ने इस मामले को लेकर केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला था. वहीं, केंद्र सरकार ने इस मामले की जांच के लिए एक समिति का गठन किया था. समिति की जांच रिपोर्ट में भी पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था में चूक की बात सामने आई थी.

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भाजपा नेताओं ने इस चूक को लेकर तत्कालीन चरणजीत सिंह चन्नी सरकार पर निशाना साधा था, वहीं कांग्रेस ने कहा था कि प्रधानमंत्री की यात्रा योजना में आखिरी समय पर बदलाव किया गया था, इस वजह से ही ऐसा हुआ.

पंजाब सरकार द्वारा सात पुलिसकर्मियों को निलंबित करने के कदम का स्वागत किया जा रहा है. माना जा रहा है कि इससे पुलिसकर्मियों में एक सख्त संदेश जाएगा और भविष्य में ऐसी चूक नहीं होगी.

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