दीपा करमाकर ने क्यों लिया संन्यास? एलान करते हुए कहा- 'दिल अभी भी नहीं मानता'

भारत की मशहूर जिमनास्ट दीपा करमाकर ने जिम्नास्टिक से संन्यास लेने की घोषणा कर दी है. रियो ओलंपिक 2016 में देश का प्रतिनिधित्व करने वाली पहली महिला जिमनास्ट के रूप में दीपा ने अपनी उपलब्धियों से खेल जगत में अहम मुकाम हासिल किया.

Advertisement
Read Time: 3 mins

Dipa Karmakar Retirement: देश की मशहूर जिमनास्ट दीपा करमाकर ने संन्यास का एलान कर दिया है. दीपा के इस फैसले से उनके प्रशंसकों में निराशा का माहौल है. दीपा ने बताया कि उनके लिए यह फैसला लेना इतना आसान नहीं था. बता दें कि त्रिपुरा के रहने वाली दीपा करमाकर को गोल्डन गर्ल के नाम से भी जाना है. स्पोर्ट के क्षेत्र में अपने बेहतर परफॉर्मेंस के जरिए युवाओं के प्रेरीत करने वाली दीपा ने सोमवार अपने संन्यास का एलान कर सभी को चौंका दिया.

जानें कौन हैं दीपा करमाकर

दीपा करमाकार की उम्र 31 साल है और इन्होंने 6 साल की उम्र से ही जिमनास्ट करना शुरू किया था. इसके बाद उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय स्तर के कई कार्यक्रमों में देश का नाम रोशन कर बड़े-बड़े रिकॉर्ड बनाए. रियो ओलंपिक 2016 में उन्होंने ओलंपिक खेलों में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली पहली महिला जिमनास्ट बन गईं. दीपा को 2016 में खेल रत्न अवॉर्ड और 2017 में पद्मश्री पुरस्कार से नवाजा गया.

Advertisement
Advertisement

'अब आराम का समय आ गया'

दीपा करमाकर ने कहा कि 'मैंने बहुत सोचने के बाद ये निर्णय लिया है. उन्होंने त्रिपुरा सरकार, भारतीय खेल प्राधिकरण और जिम्नास्टिक फेडरेशन के बेहतर समर्थन के लिए उनका धन्यवाद ज्ञापित किया. साथ ही दीपा ने कहा कि 'मैं भले ही रिटायर हो रही हूं लेकिन जिम्नास्टिक से मेरा कनेक्शन कभी नहीं टूटेगा.'

Advertisement

दीपा ने कहा, 'मेरी आखिरी जीत एशियन जिम्नास्टिक चैंपियनशिप ताशकंद एक टर्निंग पॉइंट था. क्योंकि तब मुझे लगा कि मैं अपनी बॉडी को और पुश कर सकती हूं. लेकिन कभी-कभी हमारी बॉडी हमें बताती है कि अब आराम का समय आ गया है. लेकिन दिल अभी भी नहीं मानता.'

कई अवॉर्ड जितने वाली दीपा ने कही भावुक बात

दीपा ने अपने भावुक पोस्ट में लिखा कि 'मुझे वो 5 साल की दीपा याद आ रही है जिसको बोला था कि फ्लैट फीट की वजह से कभी जिमनास्ट नहीं बन सकती है. आज मुझे अचीवमेंट्स देखकर बहुत गर्व होता है.' बता दें कि दीपा ने अपने क्षेत्र में कई ऐतिहासिक उपलब्धियां हासिल की हैं. जिनमें प्रमुख रुप से एशियन चैम्पियनशिप 2024 में उन्होंने गोल्ड मेडल हासिल किया. 2018 के वर्ल्ड कप में उन्होंने गोल्ड मेडल हासिल किया. 2015 के एशियन चैम्पियनशिप में उन्होंने ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया. साथ ही 2014 के कॉमनवेल्थ गेम्स में भी उन्होंने ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया था.

ये भी पढ़ें- Preethi Pal: मुश्किलों की धूप में तपकर पैरालंपिक में जीता भारत का पहला ट्रैक इवेंट पदक

Topics mentioned in this article