OTT Ban: अश्लीलता फैलाने वाले 18 OTT प्लेटफार्म ब्लॉक, सरकार ने 19 वेबसाइट और 10 ऐप को भी किया बंद

OTT Platform: यह कार्रवाई सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 के प्रावधानों के तहत की गई है. मंत्री अनुराग ठाकुर ने 'क्रिएटिव एक्सप्रेशन' की आड़ में अश्लील और असभ्य सामग्री प्रसारित न करने के लिए इन मंचों की जिम्मेदारी पर जोर दिया है.

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प्रतीकात्मक तस्वीर.

OTT Ban News: अश्लीलता फैलाने वाले 18 ओटीटी प्लेफार्म, 19 वेबसाइट, 10 ऐप और इनसे जुड़े 57 सोशल मीडिया अकाउंट्स को भारत में बंद कर दिया गया है. सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने गुरुवार को एक बयान जारी करते हुए ये जानकारी दी है. इसके साथ ही केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने 'क्रिएटिव एक्सप्रेशन' की आड़ में अश्लील और असभ्य सामग्री प्रसारित न करने के लिए इन मंचों की जिम्मेदारी पर जोर दिया है. बयान में कहा गया है कि विभिन्न सरकारी विभागों/मंत्रालयों, विशेषज्ञों और महिला एवं बाल अधिकार कार्यकर्ताओं से विचार-विमर्श के बाद ओटीटी मंचों के खिलाफ कार्रवाई का निर्णय लिया गया. यह कार्रवाई सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 के प्रावधानों के तहत की गई है.

अश्लीलता और महिलाओं का अपमान

बयान में बताया गया कि इन प्लेटफार्मों पर होस्ट की गई सामग्री का एक महत्वपूर्ण हिस्सा अश्लील और महिलाओं को अपमानजनक तरीके से चित्रित करने वाला था. इसमें विभिन्न अनुचित संदर्भों में नग्नता और यौन कृत्यों को दर्शाया गया है, जैसे कि शिक्षकों और छात्रों के बीच संबंध, अनाचारपूर्ण पारिवारिक रिश्ते आदि. प्रसारित सामग्री में यौन संकेत और कुछ मामलों में किसी भी विषयगत या सामाजिक प्रासंगिकता से रहित अश्लील और यौन रूप से स्पष्ट दृश्यों के लंबे खंड शामिल थे. इस सामग्री को प्रथम दृष्टया आईटी अधिनियम की धारा 67 और 67ए, आईपीसी की धारा 292 और महिलाओं के अश्लील प्रतिनिधित्व (निषेध) अधिनियम, 1986 की धारा 4 का उल्लंघन माना गया है. इसीलिए इन पर ये कार्रवाई की गई.

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जांच में 1 करोड़ से अधिक डाउनलोड मिले

ओटीटी ऐप्स में से एक को 1 करोड़ से अधिक डाउनलोड मिले, जबकि दो अन्य को Google Play Store पर 50 लाख से अधिक डाउनलोड मिले. इसके अतिरिक्त, ये ओटीटी प्लेटफॉर्म दर्शकों को अपनी वेबसाइटों और ऐप्स की ओर आकर्षित करने के उद्देश्य से ट्रेलरों, विशिष्ट दृश्यों और बाहरी लिंक को प्रसारित करने के लिए बड़े पैमाने पर सोशल मीडिया का उपयोग करते हैं. इसमें कहा गया है कि संबंधित ओटीटी प्लेटफार्मों के सोशल मीडिया खातों पर 32 लाख से अधिक उपयोगकर्ताओं की संचयी अनुयायी थी. 

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