NDTV Exclusive: बंगाल-ओडिशा-तेलंगाना में कितनी सीटें जीत रही BJP? अमित शाह ने बता दिया नंबर

Amit Shah On NDTV: इस बार 400 पार का नारा देने वाली भारतीय जनता पार्टी केरल, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में कितनी सीटें मिलने जा रही हैं? इसका खुलासा खुद केंद्रीय गृह मंत्र अमित शाह ने एनडीटीवी के एडिटर इन चीफ संजय पुगलिया के साथ खास बातचीत में कर दिया है.

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अमित शाह के साथ संजय पुगलिया की एक्सक्लूसिव बातचीत.

Amit Shah Interview: लोकसभा चुनाव के रिजल्ट (Lok Sabha Elections 2024 Result) से मात्र 7 दिन पहले एनडीटीवी के एडिटर इन चीफ संजय पुगलिया (Sanjay Pugalia) ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) का खास इंटरव्यू किया है, जिसमें उन्होंने बताया है कि केरल, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी (BJP) को कितनी सीटें मिलने जा रही हैं.

सवाल- 1: ओडिशा पर बीजेपी खास मेहनत क्यों कर रही है?

जवाब: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, 'देश के विकास का जब इतिहास लिखा जाएगा तब नवीन बाबू के 25 साल ओडिशा के लिए 'लॉस्ट ईयर' माने जाएंगे. ये गायब साल हैं, क्योंकि इन्हीं 25 साल में देश के कई सारे राज्य अपने इन्फ्रास्ट्रक्चर, एजुकेशन सिस्टम, हेल्थ सिस्टम, इकोनॉमिक परिस्थिति और एग्रीकल्चर को मजबूत करके आज देश की इकोनॉमी को मजबूती से कंट्रीब्यूट कर रहे हैं. गरीबी उन्मूलन का दर भी देश में कई सारे राज्यों ने इन 25 सालों में बहुत अच्छे से बढ़ाया है. ओडिशा में प्रधानमंत्री की हर घर नल योजना आने से पहले, मतलब 2019 के पहले, सिर्फ 4 प्रतिशत घरों में पीने का पानी था. ओडिशा एक प्रकार से देश का सबसे समरुद्ध राज्य है. यहां विपुल मात्रा में खनिज संपदा धरती के नीचे पड़ी हुई है. मगर दूसरी दृष्टि से देखें तो ओडियावासी सबसे गरीब हैं. एक समरुद्ध राज्य का 'मालिक' सबसे गरीब, इसकी जिम्मेदारी केवल और केवल नवीन बाबू को जाती है. मैं स्पष्ट रूप से देख रहा हूं, छत्तीसगढ़ और आसपास के राज्यों में विकास को देखकर लोगों में विकास की भूख जगी है, और इस बार निश्चित रूप से परिवर्तन होने जा रहा है.'

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सवाल- 2: ओडिशा में बीजेपी जीती तो कौन-कौन से विकास होंगे?

जवाब: केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, 'ओडिशा में सबसे बड़ा काम जो करने जैसा है वो है खनिज संपदा से एंड प्रोडक्ट तक का पूरा प्रोसेस यहीं करना. इससे न सिर्फ पर कैपिटा इनकम और समद्धि बढ़ेगी, बल्कि पलायन रोकने में भी मदद मिलेगी. आज ओडिशा का युवा देशभर में काम करने के लिए जा रहा है. ओडिशा के पास लंबा कोस्ट लाइन है. पानी से भरी हुई नदियां हैं, और मेहनतकश इंसान भी हैं. अगर, एग्रीकल्चर के अंदर इरिगेशन और क्रॉप पेटर्न चेंजिंग की व्यवस्था कर दी जाए, बंदरगाहों के आसपास ही खनिज संपदा को एंड प्रोडक्ट तक बनाकर देश और दुनिया में भेजने की व्यवस्था की जाए और इन्फ्रास्ट्रक्चर में जो कमियां हैं उसे दूर किया जाए, तो बहुत ही जल्द ओडिशा देश के समरुद्ध राज्यों में शुमार हो सकता है.'

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सवाल- 3: ओडिशा, बंगाल और तेलंगाना में ज्यादा सीटें आने की आशा का क्या कारण?

जवाब: केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, 'बंगाल में हम इस बार अच्छी खासी बढ़ोतरी करेंगे. हम 24 से 30 के बीच में सेटराइट करेंगे. ओडिशा में 17 लोकसभा और 75 विधानसभा जीतने का हमारा पूरा लक्ष्य तय है. तेलंगाना में भी हम 10 के आसपास सीटें जीतेंगे. आंध्र प्रदेश में हमारी गठबंधन की सरकार बनने जा रही है. वहां पर भी बड़ी संख्या में एनडीए लोकसभा सीटें भी निकालेगी.'

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सवाल- 4: केरल, तमिलनाडू, आंध्र, तेलंगाना, ओडिशा और बंगाल नेट गेन कितनी सीटों का है?

जवाब: केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, 'दो हिस्से आप सेपरेट कर दीजिए. हम पूर्व जोन, जिसमें बंगाल, झारखंड, बिहार, ओडिशा आता है, उसमें सबसे बड़ा दल बनकर निकलेंगे. ये निश्चित है. वहीं दक्षिण के 5 राज्य (कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, केरल और तमिलनाडू) उसमें भी भारतीय जनता पार्टी सभी दलों में सबसे ज्यादा सीट इस बार प्राप्त करने जा रही है.'

सवाल-5: क्या '400 पार' का नारा वास्तविक अनुमान है?

जवाब: केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, 'जब पहली बार 2014 में, मोदी जी के नेतृत्व भारतीय जनता पार्टी पूर्ण बहुमत के नारे के साथ निकली, तब भी दिल्ली के सभी राजनैतिक पंडितों का आंकलन था कि ये हो नहीं सकता. मगर हमें पूर्ण बहुमत मिला. इसके बाद 2019 में फिर 300 प्लस के नारे के साथ निकले, तब भी लोग कह रहे थे कि नहीं हो सकता. आज भी लोग कह रहे हैं. मुझे लगता है, अगले चुनाव में सब सच मानेंगे, क्योंकि इस बार 400 पार होने वाला है.'

सवाल- 6: ओडिशा क्या आपके सामने बहुत बड़ी अपॉर्च्युनिटी सामने रख रहा है?

जवाब: केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, 'स्वभाविक रूप से ओडिशा तो है ही. हम वहां अपने बूते पर सरकार भी बनाने जा रहे हैं. हम 15 से 17 के बीच में लोकसभा सीटें भी जीतेंगे. परंतु मैं ये वेव का अनुभव पहले चरण से कर रहा हूं. मेरठ में मेरी पहली रैली हुई. तब से लेकर आज तक मैं वेव का अनुभव कर रहा हूं. उत्तर प्रदेश में, ओडिशा में, बंगाल में, तेलंगाना में, आंध्र प्रदेश में. कल मैं पंजाब गया था वहां भी बहुत अच्छा रेस्पोंस मैंने फील किया है. मैं मानता हूं, ये जो वेव है, ये पूरे भारतवर्ष में है. चाहे गुजरात हो, मध्य प्रदेश हो, राजस्थान हो या महाराष्ट्र हो. अब नतीजे बताएंगे कि ये वेव ही था.'

सवाल-7: पब्लिक के मन में वो कौन सी बात है जो निर्णायक फैक्टर है वोट करने के पीछे?

जवाब: केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, 'मुद्दे तो ढेर सारे आए. बहुत लंबा चुनावी अभियान रह इस बार. गर्मी भी भीषण थी. भारत की जनता मानती है कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश सही रास्ते पर चल रहा है, और इसी रास्ते पर चलकर भारत दुनिया पर सर्वोच्च स्थान पर पहुंच सकता है. यही पूरे देश की जनता को पूरब, पश्चिम, उत्तर, दक्षिण उसको मोदी जी को फिर से प्रधानमंत्री बनाने के लिए प्रेरित करता है.'

सवाल- 8: जगन्नाथ का ताला-चाबी, ये क्या मसला है?

जवाब: केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, 'महाप्रभु के रत्न भंडार की चाबी गुम होने का मामला कब से रहस्यमयी रूप से रहस्य ही रह गया है. इसके लिए जांच आयोग बना, चाबी गुम हुई. फिर किसी ने कहा कि इसमें नकली चाबी बनाया गया. अगर ऐसा हुआ तो उसका कोई रिकॉर्ड नहीं है. रत्न भंडार खुला, नहीं खुला, किसी भी प्रकार की ओडिशा सरकार की तरफ से स्पष्टता नहीं होती. हाई कोर्ट के एक जज को रखते हुए एक जांच आयोग बैठाया गया. इसकी रिपोर्ट भी पिछले 7 साल से सार्वजनिक नहीं कर रहे. इसके कारण पूरा रहस्य गहराया हुआ है कि असल में रत्न भंडार में क्या हो रहा है. महाप्रभु का रत्न भंडार जगन्नाथ जी के दुनिया भर में फैले हुए भक्तों की श्रद्धा का विषय है, और मैं मानता हूं कि इस प्रकार के श्रद्धा के विषयों को रहस्य में नहीं रखना चाहिए. उसको सार्वजनिक करना चाहिए.'

सवाल- 9: ओडिशा में लाभार्थी योजनाओं पर नवीन बाबू ने ठीक-ठाक काम किया, क्या आप इससे सहमत हैं?

जवाब: केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, 'नवीन बाबू को अक्सर में ओडिशा में झोलाझाप सरकार कहता हूं. वो इसीलिए क्योंकि मोदी जी ने हर गरीब को 5 किलो चावल ओडिशा में दिया. देशभर में देते हैं- चावल, गेहूं, बाजरा, रागी, जो जिनको चाहिए हो. नवीन बाबू ने उस पर अपना झोला चलाने का काम किया. उन्होंने अपने फोटो वाला झोला जिसमें 5 किलो चावल पैक करके दे दिया. सामान हमारा, फोटो उनकी. इसी तरह से प्रधानमंत्री आवास को उन्होंने इसी प्रकार का नाम दे दिया. हर घर नल जल योजना को भी अपना नाम दे दिया. योजनाओं का क्रियान्वन मोदी सरकार कर रही है, लेकिन उसका ओडिया नामकरण नवीन बाबू कर रहे हैं. मगर नवीन बाबू को यह मालूम नहीं है कि ओडिसा की जनता ये जान चुकी है. इस बार हमने अच्छा खासा कैंपेन किया है. चुनाव के 8 महीने पहले से हमारी पार्टी लोगों के बीच गई, लाभार्थियों का संपर्क किया है, सभी को अब मालूम है कि यह जो मदद है, वो नरेंद्र मोदी ने भेजी है.'

सवाल- 10: बंगाल में आपने रामकृष्ण मिशन के साधुओं पर हमले का मुद्दा उठाया?

जवाब: केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, 'सिर्फ रामकृष्ण मिशन ही नहीं, भारत सेवा श्रम संघ और इस्कॉन, इन तीनों के सन्यासियों पर ममता ने आरोप लगाया है. जिन लोगों को भारत के विभाजन का इतिहास मालूम है, उन्हें पता है कि भारत सेवा श्रम संघ के स्थापक प्रमुख स्वामी प्रणवानन्द जी न होते तो आज पश्चिम बंगाल बांग्लादेश का हिस्सा होता. उन्हीं के कारण बंग-बंग हुआ, और आज पश्चिम बंगाल भारत का हिस्साहै. मैं भारत सेवा श्रम संघ को बहुत अच्छे से जानता हूं. 7 अर्थ में सन्यास के सारे संस्कारों से युक्त सन्यासियों को ये एक जमगठ है, जो सेवा का काम करता है. संस्कृति और धर्म रक्षा का काम करता है. इस्कॉन ने चेतन्य महाप्रभु के भक्ति संप्रदाय को न केवल भारत, बल्कि पूरी दुनिया में फैलाया. रामकृष्ण मिशन ने सेवा के कार्य, चाहे बड़े-बड़े पहाड़ हो, जंगल हो, डेंस ट्राइब्ल एरिया हो, हर जगह शिक्षा, स्वास्थ्य, गरीबों की सेवा करने का बहुत अच्छा काम किया है. मगर इन्हें अब ममता बनर्जी डरा-धमका रही हैं, और उन पर पुलिस भेजकर सर्च करने का भी प्रयास किया. मैं मानता हूं कि चुनाव जीतने की लालसा कितनी भी हो, मगर इस प्रकार रिलीजियस संस्थाओं पर आरोप लगाना और पुलिस बल का उपयोग करना मैं उचित नहीं मानता.'

सवाल- 11: बिहार-महाराष्ट्र में बीजेपी अच्छा कर रही है, लेकिन अलायंस का परफॉर्मेंस कमजोर पड़ा है, आपको क्या लगता है?

जवाब: केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, 'मीडिया में कुछ बातें चल पड़ती है. हम इतने साल राजनीति में रहकर भी इसको टैकल करने की कला नहीं जान पाए हैं. हमेशा जब भारतीय जनता पार्टी और साथी दल चुनावी मैदान में होते हैं, तो ऐसी बातें होती हैं. आप परिणाम देखना. बिहार-महाराष्ट्र जहां-जहां भी शंकाएं खड़ी हो रही हैं, हर जगह भारतीय जनता पार्टी सम्मानजनक विजयी होकर आएगी.'

सवाल- 12: सीटिंग CM को जेल में डालने का एक एनालिसिस लोग यह कर सकते हैं कि सहानुभूति का फायदा मिलेगा. दूसरा एनालिसिस ये होगा कि अब AAP की पूरी कहानी वो अनराइवल हो रही है. इस आप किस तरह से देखते हैं?

जवाब: केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, 'जब अरविंद केजरीवाल को बेल मिली, मैंने तब भी कहा था कि केजरीवाल जी जहां-जहां प्रचार करने जाएंगे, लोगों को उनकी जगह शराब की बड़ी बोतल दिखाई पड़ेगी. शराब घोटाला उनके पलड़े चिपकता ही रहेगा. अगर सबसे बड़ा असर इसका होने वाला है, तो दिल्ली में होता. दिल्ली में चुनाव समाप्त हो गया है, 7 की 7 सीटें भारतीय जनता पार्टी अच्छे बहुमत के साथ जीतकर आ रही है. दिल्ली में आम आदमी पार्टी का खाता नहीं खुलेगा.'

सवाल- 13: आपने कहा था कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ATM हैं?

जवाब: केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, 'जिस प्रकार से आम आदमी पार्टी ने कम समय में कामकाज करने का तरीका रहा, इसमें दिल्ली में इनपर ढेर सारे आरोप लगे हैं. पंजाब एक पूर्ण राज्य है. उस पंजाब को उन्होंने अपने कुछ नुमाइंदे भेजकर चलाने का प्रयास किया. भगवंत मान का रोल अरविंद केजरीवाल के साथ देशभर में ट्रेवल करने के लिए है, जिसका बिल पंजाब सरकार चुकाती है. इसके अलावा उनका कोई रोल नहीं है.'

सवाल- 14: कश्मीर 370 के समापन के बाद जो बंपर वोटिंग हुई वो मुख्य धारा से जुड़ने की खुशी थी या केंद्र सरकार से नाराजगी?

जवाब- केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, 'बंपर वोटिंग का सिर्फ एक ही इंटरप्रिटेशन हो सकता है कि मुख्य धारा के अंदर वो लोग शामिल हुए हैं. इसका मैं कारण बताता हूं. जब धारा 370 थी, तब वो वोट नहीं डालते थे. लेकिन इस बार वोट किसने डाला? जमायती इस्लामत के कुछ प्रमुख लोगों ने वोटिंग भी की और यह भी कहा कि हम भारतीय संविधान के तहत वोटिंग कर रहे हैं. क्योंकि जम्मू-कश्मीर का संविधान तो है नहीं, उसे तो डिमोलिश कर दिया गया है. जम्मू-कश्मीर अब भारत के संविधान के तहत ही गवर्नर्ड हो रहा है. मैं मानता हूं कि नरेंद्र मोदी की कश्मीर पॉलिसी सफल हुई है. इतने सालों तक एपिसमेंट की पॉलिसी से कश्मीर को संभालने का प्रयास किया गया. पीएम मोदी ने घाटी से धारा 370 और 35 A को समाप्त किया और स्पष्ट संदेश दिया कि आप भारत का हिस्सा हो. आपके ऊपर पूरे भारत का अधिकार है, और पूरे भारत पर घाटी के लोगों का अधिकार है. मैं मानता हूं इसके कारण वहां लोकतंत्र की नींव बहुत मजबूत हुई है. केवल लोकसभा चुनाव नहीं, पंचायतों के चुनाव में भी 90 प्रतिशत तक वोटिंग हुई है. यह लोकसभा चुनाव में बाकी राज्यों के जितने हिस्सा ही वोट पहली बार 90 के दशक के बाद कश्मीर में हुआ है. मैं मानता हूं कि ये बहुत बड़ी सफलता है, और भारतीय को इसका स्वागत करना चाहिए.'

सवाल:15- अभी एक चर्चा चली है, जिस पर जनता आप से एक्शन की उम्मीद कर रही थी, और वो है PoK?

जवाब- केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, 'हम 1950 से कह रहे हैं कि धारा 370 को हम हटाकर रहेंगे. मगर आपको भरोसा नहीं था कि ये हट सकती है. इसलिए आप सरप्राइज हो. हमे इसमें कोई सरप्राइज नहीं लगता. राम जन्मभूमि का भी आपको सरप्राइज लगता है, हमको नहीं लगता. हमने हिमाचल के पालमपुर में बीजेपी ने प्रस्ताव किया था, 80 के दशक के अंत भाग में कि राम जन्मभूमि पर संवैधानिक रास्ते से भव्य राममंदिर बनना चाहिए. ये हमारा कमिटमेंट था, जो हमने पूरा किया है. PoK भी देश की पार्लियामेंट का कमिटमेंट है, भारतीय जनता पार्टी का कमिटमेंट है, कि PoK भारत का हिस्सा है, और उसमें किसी को भी कोई शंका होने का कारण नहीं है.'

सवाल:16 - यूपी में सपा और कांग्रेस का अलायंस क्या बीजेपी के लिए चैलेंज है?

जवाब- केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, 'उत्तर प्रदेश में गत चुनाव से हमारी स्थिति बहुत अच्छी होगी. क्योंकि गत चुनाव में सपा, बसपा, कांग्रेस और आरएलडी, चारो एक साथ चुनाव लड़े थे, हमारे खिलाफ. फिर भी हम 65 सीटें जीते थे. इस बार हमारी सीटों का नंबर और जीत का मार्जिन दोनों बढ़ेगा. उत्तर प्रदेश में हम बहुत अच्छा परफॉर्म करेंगे.

सवाल:17 - जिन राज्यों में मोदी लीड बीजेपी की पॉपुलैरिटी है, वहां क्या बीजेपी सोलो नहीं जा सकती थी?

जवाब- केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, 'सोलो जा सकते हैं, या नहीं जा सकते, वो सवाल नहीं है. जहां पर अलायंस है, वहां गठबंधन का धर्म निभाना होता है. उदाहरण उत्तर प्रदेश का देता हूं. 2014 में हमने यूपी में ब्रेकथ्रू किया. उस वक्त हमारे जो साथी थे, फिर हम 4 चुनाव जीते. 2014, 17, 19 और 22 भी जीते. अब 2024 का चुनाव भी लड़ रहे हैं. फिर भी हमने अपने साथियों को उतनी ही सीटें दीं, जितनीं हमनें उन्हें 2014 में दी थी. सिर्फ गठबंधन के धर्म का सवाल होता है, और मैं मानता हूं कि इसे निभाना चाहिए.'

सवाल:18 - इकनोमिक गवर्नेंस के मुद्दे पर अगली सरकार की प्रायोरिटी क्या होगी?

जवाब-  केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, 'मुझे लगता है कि 2014 से लेकर 2024 तक पीएम मोदी ने बहुत स्पष्टता से रास्ता बनाने का काम कर लिया है. इन 10 साल में चाहे मुद्रा स्फिती हो, चाहे बजटरी घाटा हो या चाहे इंफ्रास्ट्रक्चर पर खर्च हो, इन सारी चीजों को हमने रास्ते पर चलाने में सफलता हासिल की है. PUC की बैलेंस शीट, शेयर बाजार की स्थिति और शेयर बाजार की लोगों में स्थिति. भारत को मैन्यूफेक्चरिंग का हब बनाना, इसके लिए ढेर सारी पॉलिसी को बनाना और उस पर अमल करना, इमर्जिंग सेक्टर में भारत का पायनियर बनाना, जैसे- ग्रीन हाईड्रोजन, इलेक्ट्रिकल व्हीकल, बैटरी, इथेनल. ये सेक्टर आने वाले 25 साल में पूरी दुनिया की इकोनॉमी को ड्राइव करने वाले हैं. आज भारत इसमें पायनियर की लीड ले चुका है, जिसका फायदा हमें अगले 25 सालों में मिलने वाला है. विगत 25 साल में हम जिन 25 सेक्टर में पिछड़ गए थे, जैसे सेमिकंडक्टर, डिफेंस प्रोडक्शन, अंतरिक्ष में हमारा कम हिस्सा था, स्टार्टअप. इन सभी चीजों को हम रिवाइव करते हुए जो गैप था उसे भर चुके हैं. एक प्रकार से अगले 25 साल तक दुनिया के अर्थतंत्र को प्रभावित करने वाले इमर्जिंग सेक्टर हैं, सब में भारत आप लगभग लगभग एट फार खड़ा है. बीजेपी ने GDP को ह्यूमन टच देने का काम किया है कि अगर 14 करोड़ टॉयलेट बनते हैं, तो इससे जीडीपी तो बढ़ेगी ही, साथ ही उतने परिवार का सम्मान भी बढ़ेगा. 10 करोड़ लोगों के घर में गैस का सिलेंडर जाता है तो धुंआ मुक्त घर लोगों के स्वास्थ्य को भी सुधारता है. साफ पानी अगर 14 करोड़ परिवार में जाता है, नल से जल, तो GDP बढ़ेगी ही, मगर उस पानी को पीने वालों का स्वास्थ्य भी अच्छा होगा. भारत का अर्थतंत्र सही रास्ते पर जा रहा है. हमें बस थोड़ी स्पीड बढ़ानी है.'

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