Lok Sabha Election 2024: राहुल गांधी रायबरेली ही क्यों? आखिर अमेठी क्यों छोड़ा; स्मृति ईरानी से हार का सता रहा डर?

Rahul Gandhi: अमेठी और रायबरेली लोकसभा सीट को गांधी परिवार का गढ़ माना जाता है. अमेठी से 2019 में राहुल गांधी स्मृति ईरानी से चुनाव हार गए थे. अब राहुल गांधी रायबरेली से चुनाव लड़ेंगे. आखिर राहुल गांधी ने क्यों अमेठी को छोड़कर रायबरेली को चुना.

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राहुल गांधी रायबरेली सीट से लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे.

Rahul Gandhi: 2004 में राहुल गांधी पहली बार अमेठी से चुनाव लड़े. उन्होंने बसपा प्रत्याशी चंद्रप्रकाश मिश्रा को 2 लाख से ज्यादा वोटों के अंतर से हराया. 2009 और 2014 में राहुल गांधी इस सीट से चुनाव जीतकर सांसद बने. 2014 में मोदी के लहर में राहुल गांधी ने भाजपा की स्मृति ईरानी को एक लाख से अधिक वोटों से हराया था. स्मृति ईरानी को 3 लाख से अधिक मत मिले थे और राहुल गांधी को 4 लाख से ज्यादा वोट मिले थे.

2019 में स्मृति ईरानी से चुनाव हार गए थे राहुल गांधी 

2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने स्मृति ईरानी को दोबारा अमेठी से मैदान में उतारा. अमेठी से 3 बार के सांसद राहुल गांधी कांग्रेस की तरफ से मैदान में थे. हारने के बाद भी स्मृति ईरानी ने अमेठी से अपना नाता जोड़ लिया. 2019 के चुनाव में स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी को 55 हजार से अधिक वोटों से हराकर सांसद बन गईं. राहुल गांधी को हार का सामना करना पड़ा. स्मृति ईरानी को तब 4 लाख 68 हजार 514 वोट मिले थे. राहुल गांधी को 4 लाख 13 हजार 394 वोट ही मिले.

5 साल में राहुल गांधी केवल 5 बार ही अमेठी गए 

जीत के बाद के स्मृति ईरानी की सक्रियता बढ़ती गई. स्मृति ईरानी ने अमेठी में अपना घर भी बना लिया. 2024 में उन्होंने गृह प्रवेश किया. राहुल गांधी अमेठी से दूर होते गए. राहुल गांधी पांच सालों में केवल पांच बार ही अमेठी गए. इसमें भारत जोड़ो न्याय यात्रा भी शामिल है. 

2019 में यूपी की केवल रायबरेली सीट ही कांग्रेस के खाते में गई

2019 के लोकसभा चुनाव में यूपी में केवल रायबरेली की सीट कांग्रेस के खाते में गई. रायबरेली से सोनिया गांधी सांसद बनीं. भाजपा के टिकट पर दिनेश सिंह रायबरेली से चुनाव लड़े. दिनेश सिंह को 3 लाख 67 हजार 740 वोट मिले. सोनिया गांधी को कुल 5,34,918 मत मिले। पिछले लोकसभा चुनाव में सोनिया ने रेकॉर्ड मतों से जीत दर्ज की थी. 2014 के लोकसभा चुनाव में भी सोनिया ने 3 लाख 52 हजार वोट से चुनाव जीता था. 

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रायबरेली से भाजपा के पास कोई मजबूत फेस नहीं है

अमेठी पर भाजपा की तरफ से स्मृति ईरानी एक मजबूत प्रत्याशी हैं. इसके ठीक उलट रायबरेली पर भाजपा ने दिनेश सिंह को टिकट दिया है. यहां बीजेपी के पास कोई मजबूत फेस नही है. कांग्रेस को उम्मीद है कि दिनेश सिंह रायबरेली में कांग्रेस की राह आसान कर देंगे. भाजपा ने 2 मई को अपने उम्मीदवार की घोषणा की इसके बाद ही कांग्रेस ने रायबरेली सीट से राहुल गांधी को मैदान में उतारा.

सोनिया गांधी ने भावनात्मक चिट्ठी लिखी थी

इसके अलावा सोनिया गांधी की भावनात्मक चिट्ठी भी है. सोनिया गांधी ने राजस्थान से राज्यसभा से नामांकन के दौरान रायबरेली की जनता के लिए भावनात्मक चिट्ठी लिखी थी. इसका भी फायदा राहुल गांधी को मिलेगा.

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