NDTV Election Carnival: अमेठी में इस बार नहीं उतरा गांधी परिवार, क्या केएल शर्मा दे पाएंगे स्मृति ईरानी को टक्कर

अमेठी सीट गांधी परिवार का गढ़ रहा है. लेकिन 2019 में स्मृति ईरानी ने इस पर कब्जा जमाया था. अब लोकसभा चुनाव 2024 में अमेठी सीट पर कांग्रेस ने केएल शर्मा को खड़ा किया है.

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NDTV Election Carnival: लोकसभा चुनाव 2024 के चार चरणों का मतदान हो चुका है. वहीं लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की 80 सीटें काफी अहम है. केंद्र की सत्ता में आने के लिए यूपी की 80 सीटें महत्वपूर्ण है. ऐसे में पांचवें चरण के मतदान में अमेठी लोकसभा सीट महत्वपूर्ण सीट मानी जाती है. वैसे तो अमेठी सीट गांधी परिवार का गढ़ रहा है. लेकिन 2019 में स्मृति ईरानी ने इस पर कब्जा जमाया था. अब लोकसभा चुनाव 2024 में अमेठी सीट पर कांग्रेस ने केएल शर्मा को खड़ा किया है. जो गांधी परिवार से नहीं हैं. ऐसे में NDTV का खास कार्यक्रम NDTV Election Carnival अमेठी की जनता का मूड जानने यहां पहुंचा.

आपको बता दें अमेठी सीट से राहुल गांधी 15 साल तक सांसद रहे थे. हालांकि 2019 में उन्हें अमेठी सीट से हार का सामना करना पड़ा था. अब इस बार वह रायबरेली सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. वहीं कांग्रेस ने केएल शर्मा पर अपना भरोसा जताया है. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या स्मृति ईरानी को वह टक्कर दे पाएंगे.

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क्या कहती है बीजेपी

कार्यक्रम में शामिल हुए बीजेपी नेता चंद्रमौली सिंह ने कहा कि अमेठी में राहुल गांधी 15 साल सांसद रहे. लेकिन यहां विकास नहीं हुआ. लेकिन अब यहां विकास हुआ है. सड़के और बिजली में सुधार हुआ है. पेपर लीक मामले में कार्रवाई हुई है. बीजेपी ने गरीबों का सम्मान किया. स्मृति ईरानी ने यहां कई काम किये हैं. बीजेपी की सरकार ने मेडिकल कॉलेज का निर्माण करवाया है.

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कांग्रेस का क्या है कहना

कांग्रेस की ओर से कार्यक्रम में शामिल हुई प्रियंका गुप्ता ने कहा, यहां महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार होता है लेकिन स्मृति ईरानी चुप रहती हैं. लोगों को रोजगार नहीं मिला है. उन्होंने बीजेपी को महंगाई के मुद्दे पर घेरा. प्रियंका गुप्ता ने कहा, भले ही राहुल गांधी यहां नहीं है लेकिन वह पड़ोस में ही है और केएल शर्मा यहां काम कर रहे हैं.

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क्या है अमेठी की जनता के मुद्दे

अमेठी की जनता के सामने सबसे ब़ा मुद्दा बेरोजगारी और महंगाई का है. स्थानीय लोगों ने यहां GST को लेकर सरकार पर सवाल खड़े किये. इसके साथ ही सड़क और बिजली जैसे बुनियादी सुविधाओं को चुनाव का असल मुद्दा बताया. उनका कहना है कि बेरोजगारी से युवा वर्ग बिल्कुल बेहाल है.

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