NDTV World Summit 2024: भारत ग्लोबल लीडर के साथ एक जिम्मेदार वैश्विक शक्ति के रूप में भी उभरा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के कार्यकाल में जियो पॉलिटिकल और आर्थिक परिदृश्य, दोनों को ही नया आकार मिल रहा है. एक ओर जहां यूरोप और पश्चिम एशिया में संघर्ष चल रहा है. दूसरी ओर, दुनिया मार्गदर्शन के लिए भारत की ओर देख रही है. एनडीटीवी 21 और 22 अक्टूबर को 'एनडीटीवी वर्ल्ड समिट 2024 - द इंडिया सेंचुरी' (NDTV World Summit 2024 - The India Century) को प्रस्तुत कर रहा है. इस शिखर सम्मेलन में नए चैनल 'एनडीटीवी वर्ल्ड' की भी लॉन्चिंग होगी. वर्ल्ड समिट की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में होगी. समिट में पीएम मोदी का संबोधन होगा. भूटान के पीएम दाशो शेरिंग तोबगे, बारबाडोस की प्रधानमंत्री मिया मोटली और ब्रिटेन के पूर्व पीएम लॉर्ड डेविड कैमरन समेत देश-दुनिया के बड़े चेहरे मौजूद रहेंगे. साथ ही बड़े कारोबारी होंगे, फिल्म और साहित्य जगत की बड़ी हस्तियां भी शिरकत करेंगी.
पीएम मोदी ने वर्ल्ड समिट को लेकर शेयर किया पोस्ट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट शेयर करते हुए कहा, ''कल सुबह 10 बजे, मैं NDTV World Summit में ‘द इंडिया सेंचुरी' विषय पर संबोधित करने के लिए उत्सुक हूं. भारत के विकास की गति ने वास्तव में दुनिया का ध्यान आकर्षित किया है. हमारी युवा शक्ति हमारे देश को नई ऊंचाइयों पर ले जा रही है. मैं भारत की प्रगति के बारे में बात करूंगा और बताऊंगा कि हम वैश्विक स्तर पर एक उज्ज्वल स्थान क्यों बने हुए हैं.''
4 पीएम और ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री करेंगे शिरकत
एनडीटीवी के एडिटर इन चीफ संजय पुगलिया ने कहा, ''यह एनडीटीवी के लिए बहुत बड़ी नई शुरुआत है. हम जो एनडीटीवी वर्ल्ड समिट कर रहे हैं उसकी थीम है 'इंडिया सेंचुरी.' इसमें चार सिटिंग प्राइम मिनिस्टर मौजूद होंगे. प्रधानमंत्री मोदी के अलावा भूटान, जमैका और बरबाडोस के प्रधानमंत्री हमारे साथ बातचीत करेंगे. इसके अलावा यूके के पूर्व प्रधानमंत्री लार्ड डेविड कैमरन भी शिरकत करेंगे.''
उन्होंने कहा, ''सबसे बड़ी बात यह है कि वैश्विक स्तर पर नेताओं की लोकप्रियता के मामले में ग्लोबल ट्रैकर की रेटिंग में भारत के प्रधानमंत्री दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता हैं. पीएम मोदी की सितंबर की रेटिंग 73 परसेंट है. इसमें 42 देशों के प्रधानमंत्रियों या राष्ट्र अध्यक्षों को ट्रैक किया जाता है.''
"दुनिया को बड़ी जरूरत है शांति और भाईचारा बहाली की"
संजय पुगलिया ने कहा, ''मोदी लेड भारत ग्लोबल लेबल पर एक नए ग्लोबल आर्डर को रीसेट करने के लिए क्या कर सकता है, यह चर्चा का विषय होने वाला है. दुनिया भर के जो लोग आ रहे हैं, वे इस पर रोशनी डालेंगे. ताकि हमको यह समझ आएगा कि दुनिया को बड़ी जरूरत है शांति बहाली की, भाईचारा बहाल होने की और लड़ाईयां थमने की. दुनिया भर में इस समय आधा दर्जन युद्ध चल रहे हैं. ऐसे में प्रधानमंत्री का जो तीसरा कार्यकाल शुरू हुआ है, उसमें गौर कीजिए कि क्या अहम है. उन्होंने सभी डॉमेस्टिक काम करते हुए 8 देशों की यात्राएं कर ली हैं. हमारे समिट के बाद वे कजान समिट में शामिल होने के लिए रशिया जाने वाले हैं. इन 9 यात्राओं में कम से कम तीन चार दर्जन तो बाईलैट्रल हो चुकी हैं, दर्जन भर से ज्यादा मल्टीलैट्रल डिस्कशंस हो चुके हैं. इनके डॉट को कनेक्ट करने की जरूरत है. जो थॉट लीडर्स आ रहे हैं, वे यही करेंगे.''
उन्होंने कहा, ''हमारे भारत के बिजनेस लीडर सुनील मित्तल और ग्लोबल इनवेस्टर मार्क मोबियस आएंगे. इस तरह की हस्तियों के अलावा 30-40 स्पीकर दो दिनों तक आपको बताएंगे कि दुनिया में चल क्या रहा है. उसमें भारत के संदर्भ में भारत की भूमिका क्या है और सारी चीजों को कैसे देखा जाए. जो करंट ग्लोबल आर्डर है, वह चरमरा रहा है, टूट रहा है. जो लोग उसको चलाते थे, वे खुद संघर्ष में हैं. ऐसे में भारत वाइस ऑफ सेनिटी के रूप में सामने आ रहा है. प्रधानमंत्री का डिप्लोमेसी को कंडक्ट करने का स्किल कमाल का है. इसको अब दुनिया भर के लोग स्वीकार करते हैं.''
फिल्मी सितारों और लेखक समेत कई हस्तियां होंगी समिट का हिस्सा तक होंगे
उन्होंने कहा, ''इसके अलावा भारत का जो कल्चरल साफ्ट डिप्लोमेसी का हिस्सा है, उसको हम कैसे कंडक्ट कर रहे हैं, दुनिया उसको कैसे देख रही है, यह बताने के लिए भी हमारे पास फिल्मी सितारों से लेकर कलाकारों तक और बहुत सारे थॉट लीडर्स और लेखक मौजूद होंगे.''