PM Modi Nomination: पीएम मोदी ने तीसरी बार वाराणसी लोकसभा सीट से किया नामांकन, इन्हें प्रस्तावक बनाकर चारो वर्ग को साधा

PM Modi Nomination Proposer: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में अपने नामांकन के लिए 2 ओबीसी, 1 दलित और 1 ब्राह्मण प्रस्तावक को चुनकर चारो वर्गों को साधने की कोशिश की है.

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पीएम मोदी ने भरा नामांकन

Lok Sabha Election 2024: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने मंगलवार को तीसरी बार वाराणसी लोकसभा सीट (Varanasi Lok Sabha Seat) से नामांकन (Nomination) दाखिल कर दिया. पीएम मोदी के नामांकन के लिए इस बार पंडित गणेश्वर शास्त्री, बैजनाथ पटेल, लालचंद कुशवाहा और संजय सोनकर को प्रस्तावक बनाया गया था. इस खास अवसर पर काशी में 12 राज्यों के मुख्‍यमंत्री और 18 कैबिनेट मंत्री मौजूद रहे. गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, आंध्र प्रदेश के पूर्व सीएम चंद्रबाबू नायडू, अभिनेता पवन कल्याण, केंद्रीय राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल, सुभासपा के ओमप्रकाश राजभर, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत अन्य मुख्यमंत्री कलेक्ट्रेट पहुंचे थे.

कौन हैं पीएम मोदी के चार प्रस्तावक?

काशी की ज्योतिष परम्परा से आने वाले ब्राह्मण समाज से गनेश्वर शास्त्री द्रविड़, जनसंघ के समय से पार्टी से जुड़े बैजनाथ पटेल, ओबीसी समाज से ही लालचंद कुशवाहा और दलित समाज से आने वाले संजय सोनकर को पीएम का प्रस्तावक बनाया गया. पंडित गणेश्वर शास्त्री ने ही अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा का शुभ मुहूर्त निकाला था. वो ब्राह्मण समाज से हैं. बैजनाथ पटेल ओबीसी समाज से आते हैं और संघ के पुराने और समर्पित कार्यकर्ता रहे हैं. लालचंद कुशवाहा भी ओबीसी समुदाय से हैं, जबकि संजय सोनकर दलित समाज से हैं.

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नामांकन में प्रस्तावक कौन होते हैं?

निर्वाचन आयोग के मुताबिक, प्रस्‍तावक वे स्‍थानीय लोग होते हैं, जो किसी उम्‍मीदवार को चुनाव लड़ने के लिए अपनी ओर से प्रस्‍तावित करते हैं. आमतौर पर नामांकन के लिए किसी महत्‍वपूर्ण दल के वीआईपी कैंडिडेट के लिए पांच और आम उम्‍मीदवार के लिए 10 प्रस्तावकों की जरूरत होती है. नियमों के अनुसार, अगर कोई उम्मीदवार किसी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दल के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहा है, तो निर्वाचन क्षेत्र के एक मतदाता को उसकी उम्मीदवारी का प्रस्ताव देना आवश्यक होता है.

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गंगा पूजन के बाद कालभैरव के दर्शन

पीएम मोदी ने नामांकन से पहले सुबह दशाश्वमेध घाट पर पुरोहितों के मंत्रोच्चार के बीच गंगा का पूजन किया और आरती की. यहां से प्रधानमंत्री क्रूज पर सवार होकर नमो घाट पहुंचे. फिर प्रधानमंत्री नमो घाट से सड़क मार्ग से मैदागिन स्थित बाबा कालभैरव मंदिर में पहुंचे और उन्होंने मंदिर में दर्शन किया. उन्होंने 'एक्स' पर लिखा, 'अपनी काशी से मेरा रिश्ता अद्भुत है, अभिन्न है और अप्रतिम है. बस यही कह सकता हूं कि इसे शब्दों में व्यक्त नहीं किया जा सकता!' मोदी ने 'एक्स' पर काशी का एक खूबसूरत वीडियो भी साझा किया.

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