बूंदी में आकाशीय बिजली गिरने से जीजा-साली और बेटी की मौत; शादी समारोह में आया था परिवार

राजस्थान के बूंदी में आकाशीय बिजली गिरने से 3 लोगों की मौत हो गई. घर पर आकाशीय बिजली गिरने से छत टूट गई, जिससे मकान में सो रहा परिवार दब गया.

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बूंदी में आकाशीय बिजली गिरने से बाबूलाल (पगड़ी में), 3 साल की दिव्या (बीच में) और दिव्या की मां करमाई की मौत हो गई.

राजस्थान के बूंदी में शुक्रवार रात जमकर बारिश हुई. बूंदी में आकाशीय बिजली गिरने से एक ही परिवार के 3 लोगों की मौत हो गई. मरने वालों में जीजा-साली और साली की बेटी है. मकान पर आकाशीय बिजली गिरी. आकाशीय बिजली गिरने से घर की छत टूट गई. घर में सो रहा पूरा परिवार दब गया. आस पड़ोस के लोगों ने करीब 1 घंटे की मशक्कत के बाद शवों को बाहर निकाला. 3 लोग घायल हैं. सूचना पर दबलाना थाना पुलिस भी मौके पर पहुंच गई थी. घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया है. 

मकान में सोया था पूरा परिवार

दबलाना थानाधिकारी मनोज सिकरवार ने बताया कि क्षेत्र के ग्राम पंचायत धभाइयों का नयागांव के रघुनाथपुरा गांव में एक परिवार मकान में सोया हुआ था. तेज हवाओं के साथ बिजली कड़क रही थी. आकाशीय बिजली मकान पर गिर गई.  मकान पर बिजली गिरने से मकान की छत टूट गई. मकान के अंदर मौजूद लोग अंदर दब गए.  बिजली इस कदर गिरी की मकान की पूरी छत की पट्टियां टूट गईं. पट्टियों के नीचे आकर लोग दब गए.  मकान में मौजूद तीन सदस्यों की मौके पर ही मौत हो गई.  जबकि अन्य महिलाएं और बच्चे को पड़ोस के लोगों ने रेस्क्यू कर बाहर निकाल लिया.  

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एक घंटे की मशक्कत के बाद शव को बाहर निकाला 

लोगों की मदद से पत्थरों को इधर-उधर कर करीब 1 घंटे की मशक्कत कर शव को बाहर निकल गया. बूंदी अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है. रघुनाथपुरा निवासी करमा बाई 30 साल, दिव्या गुर्जर 3 साल, बाबू लाल गुर्जर 45 साल की मौके पर मौत हो गई, जबकि हादसे में हीरा बाई सहित अन्य 3 जने घायल हैं.  उधर सूचना पर नायाब तहसीलदार भूपेंद्र सिंह सहित प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे.  घटना की जानकारी ली, पीड़ित परिवार को उचित मुआवजे का आश्वासन दिया.  

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शादी में आया था परिवार

घटना के संबंध में गांव के लोगों से मिली जानकारी के अनुसार बूंदी का गोठडा निवासी 40 वर्षीय बाबूलाल गुर्जर अपने ससुराल रघुनाथपुरा आया था.  30 साल की साली करमा बाई और उसकी 3 वर्षीय बेटी दिव्या और ससुराल के अन्य लोग सोया था. तड़के अचानक आकाशीय बिजली गिरने से 15 में से 11 पट्टियां टूट गईं. मलबे में दबने से बाबूलाल, करमा बाई और मासूम दिव्या की मोत हो गई. 

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शादी समारोह में शामिल होने ससुराल आया था बाबूलाल 

बाबूलाल की सास हीराबाई, साला लखन उसकी पत्नी ममता और बेटी कालीबाई घायल हो गई.  घटना के बाद फंसे लोगों को संभालने का मौका नहीं मिला. अन्य घायलों को आस पास के लोगों ने मलबे से बाहर निकाला.  परिजनों ने बताया की ससुराल में शादी थी.  इसलिए दामाद अपने परिवार को लेकर आया था. 

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