Bikaner Gangaur Festival: मां गणगौर की प्रतिमा को सिर पर रखकर लोगों ने लगाई दौड़, बीकानेर में दिखा अनूठी परंपरा का नजारा

Gangaur Pooja: प्रदेशभर में गणगौर से जुड़ी ऐसी कई परंपरा हैं, जिन्हें लोग आज भी निभा रहे हैं. ऐसी ही एक अनोखी परंपरा की झलक बीकानेर में भी देखने को मिलती है, जहां मां गणगौर की प्रतिमा को लोग सिर पर उठाकर दौड़ लगाते हैं.

विज्ञापन
Read Time: 2 mins
मां गणगौर की प्रतिमा को लोग सिर पर उठाकर दौड़ लगाते लोगों की तस्वीर.

Rajasthan News: राजस्थान में इन दिनों गणगौर का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है. बीकानेर में भी अलग-अलग क्षेत्रों में मेलों के साथ विभिन्न कार्यक्रम हुए. कहीं मेला भरा तो कहीं शाही सवारी से गवरजा मैया को शहर की सैर करवाई गई. इसी क्रम में गणगौर को सिर पर लिए पुरूष दौड़ लगाते हुए भी नजर आए. यह परंपरा रियासतकाल से चली आ रही है, जिसमें दौड़ते समय एक युवक दूसरे युवक को यह प्रतिमा देता रहता है और दौड़ जारी रहती है. 

दौड़ देखने जुटते हैं हजारों लोग

चौतीना कुआं से यह दौड़ शुरू होती है और भुजिया बाजार क्षेत्र तक जाती है. इस दौरान सड़क के दोनों और खड़े हजारों शहरवासी दौड़ में शामिल होने वाले युवकों का उत्साह बढ़ाते हैं. इस बार भी चौतीना कुआं पर शाही सवारी के पहुंचने के साथ ही यह दौड़ शुरू हुई और भुजिया बाज़ार में पंचायती की चौकी के पास पहुंच कर पुरी हुई. दौड़ पूरी होने के बाद मां गवरजा का स्तुती गान कर सभी के लिए मंगल कामनाएं की गई. महिलाओं ने "म्हे तो गवर भोळाय घर आय गया राज"  गीत गाया.

Advertisement

कैसे शुरू हुई यह परंपरा?

बताया जाता है कि रियासतकाल में बीकानेर के दीवान कर्मचंद बच्छावत की गणगौर को लूटने का प्रयास किया गया था, जिस पर बच्छावत ने अपने गुरू भादो जी को यह गणगौर रक्षा के लिए सौंपी थी. भादो जी उस समय गणगौर को लूट से बचाने के लिए लेकर दौड़ते हुए भुजिया बाज़ार पंचायत की चौकी पहुंचे थे, जिसके बाद लगातार यह परम्परा बन गई और सैंकड़ों सालों से इसका निर्वहन किया जा रहा है.

Advertisement

अनूठा और जग प्रसिद्ध है उत्सव

बीकानेर का गणगौर उत्सव अनूठा और जग प्रसिद्ध है. घर-घर में मां गवरजा का पूजन, गली-मोहल्लों और चौक-चौराहों पर गणगौरी गीतों की गूंज, बासा, दांतणिया और घुड़ला घुमाने की रस्मों का निर्वहन, मेले और पुरुषों की ओर से गाए जाने वाले गणगौर के गीत बीकानेर के गणगौर उत्सव की विशेष पहचान है.

Advertisement

ये भी पढ़ें:- विधायक की कोठी पर बुलडोजर एक्शन के दौरान हंगामा, समर्थक ने कलेक्टर का गिरेबां पकड़ा

ये VIDEO भी देखें