Pushkar Turban Festival: 3 जनवरी को होगा पुष्करराज का भव्य पगड़ी महोत्सव, दिखेगी 2 हजार मीटर लम्बी पगड़ी

पुष्कर तीर्थ नगरी में राजस्थान की अजमेर इकाई की ओर से आगामी 3 जनवरी को पुष्करराज का भव्य पगड़ी महोत्सव आयोजित किया जाएगा. 2 हजार मीटर लम्बी पगड़ी पुष्कर सरोवर के 52 घाटो पर होती हुई वराह घाट पर ही पूरी होगी. सभी यजमान पहले वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पुष्कर सरोवर की पूजा अर्चना और संकल्प करेंगे. 

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फाइल फोटो

Pushkar Turban Festival: पुष्कर तीर्थ नगरी में अखिल भारतीय मारवाड़ी महिला सम्मेलन राजस्थान की अजमेर इकाई की और से आगामी 3 जनवरी को पुष्करराज का भव्य पगड़ी महोत्सव आयोजित होगा. इस आयोजन का उद्देश्य पितृ वंदन की परंपराओं को जीवंत रखने और देश में खुशहाली की कामना के साथ किया जाता है. यह आयोजन पुष्कर के जाने-माने पंडित रविकांत शर्मा के सानिध्य में होगा. आयोजक शाखा अध्यक्ष अम्बिका हेड़ा ने कार्यक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि 3 जनवरी को सुबह 12 बजे सभी यजमान पहले वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पुष्कर सरोवर की पूजा अर्चना और संकल्प करेंगे. 

ऐसे आयोजन से प्रसारित होती है छवि

पंडित रविकांत शर्मा ने बताया कि यह अपने आप में एक अनूठा धार्मिक आयोजन है और इस तरह के आयोजन से देश और दुनिया मे तीर्थंनगरी की आध्यात्मिक छवि का प्रचार प्रसार होता है. इस आयोजन को लेकर स्थानीय लोगों में भी जबरदस्त उत्साह है और आगामी 27 जनवरी को आयोजन की तैयारियों को लेकर एक बैठक रखी जाएगी.

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2 हजार मीटर लम्बी पगड़ी

हेड़ा ने बताया कि करीब 2 हजार मीटर लम्बी पगड़ी पुष्कर सरोवर के 52 घाटो पर होती हुई वराह घाट पर ही पूरी होगी. यहा पर पगड़ी को वापस समेटने के बाद यजमान सरोवर की पूजा अर्चना और संकल्प करेंगे. इसके बाद सरोवर पर पलो की भोग झांकी, मनमोहक श्रृंगार दीपदान के बाद महाआरती होगी.

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पुष्कर सरोवर की धार्मिक मान्यता

हिंदू धर्म और पुष्कर के पंडितों की मान्यताओं के अनुसार जिस प्रकार प्रयाग सभी तीर्थों का राजा है, उसी प्रकार पुष्कर सरोवर भी सभी तीर्थ का गुरु माना जाता है. इन्हीं मान्यताओं के चलते सरोवर पर विशेष पूजा अर्चना के दृश्य नजर आते हैं. एक ओर जहां देशभर से आने वाले श्रद्धालु सरोवर में पूजा अर्चना कर पितृ वंदन की परंपरा का निर्वाह करते हैं, वहीं दूसरी ओर कस्बे की महिलाओं द्वारा केसरिया वस्त्र अर्पित कर सरोवर किनारे विशेष पूजा अर्चना करते हैं. पीतांबर वस्त्र अर्पित करने के बाद सरोवर पर महाआरती का आयोजन भी किया जाता है.

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विभिन्न जिलों के लोग होंगे मौजूद

आयोजन के मुख्य यजमान शिवशंकर शशि हेड़ा, सुमित अम्बिका हेड़ा, कृष्ण गोपी सारड़ा और रमेश अमिता करनानी होंगे. कार्यक्रम में अखिल भारतीय मारवाड़ी महिला सम्मेलन की राष्ट्रीय अध्यक्ष नीना बथवाल, सचिव रूपा अग्रवाल, राष्ट्रीय मध्यांचल प्रमुख शारदा महाड़िया, निवर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष शारदा लखोटिया, निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष मंजू भराडिया, प्रदेश अध्यक्ष नमिता खडेलवाल, प्रदेश सचिव डा रानू गुप्ता, प्रदेश कोषाध्यक्ष अनिता गुप्ता, आयोजक शाखा अध्यक्ष अम्बिका हेड़ा, सचिव रागिणी खडेलवाल, कोषाध्यक्ष सुनीता बड़ाया सहित आयोजक शाखा के सभी सदस्य और उनके परिवार के लोग मौजूद रहेंगे. भवानीमंडी, भीलवाड़ा ,कोटा, गीतांजलि जयपुर, किशनगढ़, चितौड़गढ़ सहित संस्था की अन्य शाखाओं और उनके परिवार के सैकड़ों सदस्य भी आयोजन मे भाग लेंगे.

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