विश्व पर्यटन दिवस पर फ्री एंट्री, जयपुर के इन टूरिस्ट स्पॉटों पर जुटी भारी भीड़

राजस्थान अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए जाना जाता है. यह एक से बढ़कर एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है, जहां हर साल लाखों पर्यटक आते हैं. विश्व पर्यटन दिवस पर आइए जानते हैं जयपुर के कुछ फेमस टूरिस्ट स्पॉट के बारे में.

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बुधवार 27 सितंबर को पूरे देश में विश्व पर्यटन दिवस मनाया गया. इस मौके पर टूरिस्ट स्पॉट पर बड़ी संख्या में पर्यटक जुटे. राजस्थान के पर्यटक स्थलों और खासकर राजधानी जयपुर के टूरिस्ट स्पॉट पर भी बुधवार को आम दिनों की तुलना में ज्यादा लोग जुटे. दरअसल राजस्थान में विश्व पर्यटन दिवस सभी पर्यटक स्थल में लोगों को निःशुल्क प्रवेश मिलता है. ऐसे में बुधवार बड़ी संख्या में लोगों ने राजस्थान की धरोहरों की खूबसूरती का लुत्फ उठाया. जयपुर में आमेर का किला, हवा महल, जल महल, अल्बर्ट हॉल, सिटी पैलेस और पुरानी शहर की चारदीवारी पर लोगों की भीड़ दिखी. मालूम हो कि जयपुर के ये किले अपनी खूबसूरती से किसी का भी मन मोह लेती हैं. इनकी मनमोहक छटा देखने देश-विदेश से लोग आते हैं. आज पर्यटन दिवस के मौके पर आइये जानते हैं इन्हीं में से कुछ पर्यटन स्थलों के बारे में.

आमेर का किला

जयपुर में आमेर का किला पर्यटकों की सबसे पसंदीदा जगह है. यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल यह महल 100 साल में तैयार हुआ था. महल तक जाने के लिए लोग हाथी की सवारी भी करते हैं. पर्यटक इसकी अद्भुत स्थापत्यकला देखने आते हैं.

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आमेर का किला

हवा महल

हवा महल की भी अपनी खास पहचान है. इस महल की 953 खिड़कियों में अद्भुत आकर्षण है. इसके बाहरी हिस्से को मुकुट के आकार में बनाया गया है. यह महल वास्तुकला के अद्भुत नमूनों में से एक है. यह महल रानियों के लिए बनाया गया था ताकि वे खिड़कियों से झांककर बाहर हो रहे नाटक या नृत्य को देख पाएं.

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हवा महल

जयपुर के अन्य पर्यटन स्थल 

ऐसा नहीं है कि जयपुर में लोग सिर्फ किले और महल देखने आते हैं. इन दिनों कई नई जगहें पर्यटकों को खूब पसंद आ रही हैं. नाहरगढ़ का वैक्स म्यूजियम, बायोलॉजिकल पार्क, झालाना सफारी नये टूरिस्ट स्पॉट बने हुए हैं. रात के वक़्त गुलाबी शहर की खूबसूरती और बढ़ जाती है. इसलिए अब नाइट टूरिज्म भी बढ़ा है. इसके अलावे अभयारण्यों में भी ज्यादा लोग आने लगे हैं. अरावली की पहाड़ियों के बीच फैले झालाना लेपर्ड सफारी में 40 से अधिक तेंदुए हैं. पर्यटन विभाग भी अब इन नए स्पॉट को बढ़ावा दे रहा है.

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पर्यटन राजस्थान के आर्थिक विकास की भी धुरी है. इस सेक्टर ने बड़ी संख्या में लोगों को न सिर्फ रोजगार दिया है बल्कि कई कलाओं को भी जीवित रखा है. राजस्थान के लोक गीत, नृत्य और कठपुतली जैसी कलाएं भी पर्यटकों का मन मोह लेती हैं. पर्यटकों की इस आवाजाही से गाइड, टूर ऑपरेटर, हस्तकला का काम करने वाले कारीगर एवं कलाकारों को भी रोजगार के नए अवसर मिलते हैं.

राजस्थान में कोरोना काल से पहले 2019 में 5 करोड़ से अधिक पर्यटक आये थे. इनमें 17 लाख विदेशी पर्यटक भी शामिल थे. अब मेलों में आने वालों को भी पर्यटक की श्रेणी में रखा है. जिससे 2022 में राजस्थान में पर्यटकों की संख्या 10 करोड़ से ज्यादा हो गयी.

राजस्थान सरकार पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई प्रयास कर रही है. इनमें शामिल हैं:

  1. नए पर्यटन स्थलों का विकास: राजस्थान सरकार नए पर्यटन स्थलों का विकास कर रही है ताकि पर्यटकों को और अधिक विकल्प मिल सकें.
  2. पर्यटन infrastructure का विकास: राजस्थान सरकार पर्यटन infrastructure का विकास कर रही है जैसे कि सड़कें, रेलवे, हवाई अड्डे और होटल आदि.
  3. पर्यटन मार्केटिंग: राजस्थान सरकार पर्यटन को प्रोत्साहित करने के लिए पर्यटन मार्केटिंग कर रही है.

राजस्थान सरकार के इन प्रयासों से राजस्थान पर्यटन को बढ़ावा मिल रहा है और राज्य की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिल रही है.

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