मॉनसून के सीजन में कोचिंग नगरी कोटा में रिहायशी इलाकों में मगरमच्छ की दस्तक से हड़कंप मचा हुआ है. हर साल की तरह इस साल भी चंबल की नहर के नजदीक के इलाकों की कई कॉलोनियों में मगरमच्छ की दस्तक की दहशत देखी जा रही है. आलम ये है कि मगरमच्छ कभी सड़क पर तो कभी किसी के घर के बाहर टहलते नजर आता है. आज शहर की रायपुरा लक्ष्मी आवास के सूखे कुएं में 7 फीट का मगरमच्छ गिर गया.
वन विभाग की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद किया रेस्क्यू
आज मगरमच्छ आने की सूचना मिलने पर वन विभाग की लाडपुरा रेंज के वनकर्मियों ने इस मगरमच्छ को रस्सी की मदद से पकड़ा. वनकर्मियों ने हमेशा की तरह कड़ी मशक्कत के बाद रेस्क्यू करके मगरमच्छ को देवली वन विभाग के तालाब में छोड़ा, जो मगरमच्छों की बड़ी शरण स्थली है.
हर साल वन्यजीव विभाग 60 से 70 मगरमच्छों का करता है रेस्क्यू
वन्यजीव विभाग की टीम मगरमच्छों के रेस्क्यू के लिए मुस्तैद नजर आ रही है. कोटा शहर के बोरखेड़ा इलाके की कई कॉलोनियों में जलभराव वाले स्थानों पर मगरमच्छों के मंडरा रहे खतरे के मध्य नजर टीमों को अलर्ट मोड पर रखा गया है. हर साल वन्यजीव विभाग 60 से 70 मगरमच्छों का रेस्क्यू करता है.
मगरमच्छ शहर के कई इलाकों में आ रहे हैं नजर
इसके साथ ही देवली अरब क्षेत्र में भी लगातार मगरमच्छ नदी से निकलकर रिहायशी इलाकों में दस्तक दे रहे हैं. वहीं, कोटा के अर्जुनपुरा सहित 1 दर्जन से अधिक गांव में इन दिनों मगरमच्छों की दहशत हमेशा की तरह देखी जा रही है. नदी के किनारे जिन किसानों के खेत हैं वो अकेले खेत पर ना जाकर सुरक्षा इंतजामों के साथ समूह में अपने खेतों पर जाकर फसलों को सम्भाल रहे हैं.