कोटा : मिड डे मील का स्वाद चखकर कलेक्टर ने बच्चों से पूछा, 'खाना कैसा है?'

जिला कलेक्टर ओपी बुनकर द्वारा मिड डे मील योजना के माध्यम से स्कूली बच्चों को दिए जा रहे भोजन का भी स्वाद चखा.

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कोटा:

वैसे तो राजस्थान का कोटा शहर देशभर में मेडिकल व इंजीनियरिंग की प्रतियोगी परीक्षाओं मैं बेहतरीन नतीजों के लिए जाना जाता है. लेकिन सरकारी स्कूलों में भी शैक्षणिक माहौल के स्तर की जांच समय-समय पर की जा सके, इसके लिए जिला प्रशासन भी स्कूलों में पहुंचकर शिक्षा के स्तर की गुणवत्ता और सरकार द्वारा सरकारी स्कूल के बच्चों को दिए जाने वाले मिड डे मील की जांच पड़ताल की जा रही है. ताकि सरकारी स्कूल के बच्चों को भी बेहतर शैक्षणिक माहौल के साथ पौष्टिक भोजन भी उपलब्ध हो सके. कोटा के कलेक्टर ओपी बुनकर ने आज नयापुरा क्षेत्र के 2 स्कूलों का औचक निरीक्षण किया. कलेक्टर स्कूली बच्चों के बीच पहुंचे और उनके साथ वक्त बिताया. निरीक्षण के दौरान उन्होंने बच्चों से कई सवाल भी पूछे और एक क्लास लेकर बच्चों की शैक्षणिक योग्यता को भी चेक किया.

मिड डे मील का स्वाद चखा

कलेक्टर ओपी बुनकर आज नयापुरा क्षेत्र के 2 सरकारी स्कूलों का निरीक्षण किया गया. जिला कलेक्टर ओपी बुनकर द्वारा मिड डे मील योजना के माध्यम से स्कूली बच्चों को दिए जा रहे भोजन का भी स्वाद चखा. कलेक्टर ने स्कूली बालिकाओं को आयरन की टेबलेट भी खिलाई. जिससे बच्चों के शरीर में आयरन की कमी नहीं रहे. सरकारी स्कूल में स्कूल के जीर्णोद्धार को लेकर यूआईटी कोटा द्वारा विकास कार्य कराए जा रहे हैं. विकास कार्य की गुणवत्ता  को लेकर अधिकारियों को दिशा निर्देश दिया.  साथ ही यह भी सुनिश्चित किया कि विकास कार्य के दौरान  बच्चों की पढ़ाई बाधित ना हो. जिला कलेक्टर ओपी बुनकर ने बताया कि औचक निरीक्षण के दौरान ज्यादातर पढ़ाई का माहौल ठीक नज़र आया. कुछ कमियों को लेकर अधिकारियों और अध्यापकों को दिशा निर्देशित किया गया है.

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