Vasundhara Raje Nominations 2023: राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने शनिवार को झालरापाटन विधानसभा सीट से अपना नामांकन भर दिया. इस दौरान केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी भी मौके पर मौजूद रहे. वसुंधरा पिछले 34 सालों से इस निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रही हैं. वे 5 बार सांसद और 4 बार विधायक रही हैं. इस तरह झालरापाटन विधानसभा क्षेत्र से ये राजे का 10वां नामांकन है.
नामांकन से पहले झालावाड़ में वसुंधरा राजे ने राड़ी के बालाजी मंदिर में जाकर पूर्जा अर्चना की और भगवान का आर्शीवाद लिया. इसके बाद उन्होंने मनसा पूर्ण हनुमान जी मंदिर में जाकर पूजा की. और फिर 1:30 बजे नामांकन पर्चा भरने के लिए रवाना हो गईं. पूर्व सीएम ने खुद ये जानकारी तस्वीरों के साथ अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट पर शेयर की है.
नहीं निकली नामांकन रैली
राजे नामांकन रैली का आयोजन एक दिन पहले कर चुकी हैं. लिहाजा आज चुनावी सभा नहीं हुई. राजे ने शुक्रवार को झालावाड़ शहर के प्रवीण शर्मा मैदान में जिले की चारों विधानसभा क्षेत्रों की बीजेपी की एक संयुक्त जनसभा को संबोधित किया था. इस दौरान उन्होंने जिले के चारों विधानसभा सीटों पर भाजपा के प्रत्याशियों को विजयी बनाने का आह्वान करते हुए कहा, 'अब मेरा यहां से 10वां नामांकन हो रहा है. झालावाड़ जिले से 34 वर्षों का परिवारिक रिश्ता है.'
'राजस्थान के दिन आने वाले हैं'
झालरापाटन विधानसभा क्षेत्र से एक बार फिर बीजेपी प्रत्याशी बनाए जाने पर शुक्रवार को पहली बार बयान देते हुए राजे ने कहा था कि, 'अब फिर से राजस्थान के दिन आने वाले हैं. झालावाड़ के दिन आने वाले हैं. फिर से प्रदेश में वैसा ही विकास होगा जैसा पहले की बीजेपी सरकारों मे हुआ था. जब मैं पहली बार झालावाड़ आई थी तो यह क्षेत्र काफी पिछड़ा हुआ था. लेकिन इतने वर्षों में सबके साथ से झालावाड़ ने विकास के कई आयाम छुए हैं.'
'मैं कहीं भी नहीं जा रही हूं'
झालावाड़ में शक्ति प्रदर्शन के दौरान दिए गए वसुंधरा राजे के इस बयान की चर्चा इस वक्त पूरे राजस्थान में हो रही है. नामांकन भरने के बाद जब मीडिया से राजे से इस बयान के बारे में पूछा तो वसुंधरा ने कहा, 'झालावाड़ मेरा परिवार है. इस परिवार में, हम बहुत सी बातें करते हैं, जिनका कोई राजनीतिक अर्थ नहीं होता है. मैंने ऐसा कल इसलिए कहा क्योंकि दुष्यन्त (उनके बेटे) को देखने के बाद, उनका भाषण सुनने के बाद और लोगों की प्रतिक्रिया देखकर मुझे खुशी हुई. एक मां के तौर पर मुझे खुशी हुई कि दोनों के बीच ऐसा समन्वय था. मैं चाहूंगी यह स्पष्ट करने के लिए कि मैं कहीं नहीं जा रहा हूं. मैंने अभी अपना नामांकन दाखिल किया है. सेवानिवृत्ति के बारे में कुछ भी अपने मन में न रखें.'