राजस्थान से पाकिस्तान देखना हो, तो यहां से ले सकते हैं अब ऑनलाइन पास

India-Pakistan Border: जैसलमेर के अंतिम छोर पर स्थित बबलियान चौकी पर जाकर पर्यटक पाकिस्तान की झलक पा सकते हैं.

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Jaisalmer: राजस्थान का जैसलमेर जिला पाकिस्तान सीमा पर बसा है जहां हर साल देश-विदेश से लाखों पर्यटक आते हैं. मगर पर्यटक किले,हवेलियाँ,मखमली धोरे देखने के बाद भी कुछ अधूरा सा महसूस करते थे. वो बॉर्डर टूरिज्म भी करना चाहते थे. लेकिन बॉर्डर देखने के लिए परमिशन लेने में पर्यटकों के पसीने छूट जाते थे. मगर अब पर्यटकों के लिए राहत की खबर आई है. बोर्डर पर जाने के लिए अब पर्यटक ऑनलाइन पास बनवा सकते हैं. परमिशन प्रोसेस को सरल बनाने के उद्देश्य से तनोट माता ट्रस्ट ने ऑनलाइन पास बनाने की सुविधा शुरू की है.

तनोट माता ट्रस्ट ने शुरू की है सुविधा

इस पास से पर्यटक भारत-पाकिस्तान सरहद पर स्थित जैसलमेर के बबलियान वाला चौकी जा पा रहे हैं. यह चौकी तनोट माता मंदिर से महज 18-20 किलोमीटर दूर पश्चिमी सीमा पर है जो कि बॉर्डर का अंतिम प्वाइंट है. बबलियानवाला बॉर्डर पर आने वाले पर्यटकों के लिए एक वॉच टावर भी बना है, जहां से पाकिस्तान का इलाका नजर आता है. इस टावर पर खड़े होकर पर्यटक फोटो भी लेते हैं.

भारत पाकिस्तान की सीमा तक देखने के लिए जाने हेतु इच्छुक सैलानियों के लिए पास की सुविधा सीमा सुरक्षा बल के द्वारा संचालित होने वाले श्री तनोट माता ट्रस्ट ने शुरू की है. इसके लिए तनोट माता ट्रस्ट ने एक वेबसाइट शुरू की है. इच्छुक सैलानियों को यहां एक ऑनलाइन फार्म भरना होगा और अपने पहचान पत्र के साथ पूरी जानकारी देनी होगी.

भारत-पाकिस्तान युद्ध का गवाह बबलियान बॉर्डर 

पर्यटकों को यहां 1965 और 1971 के भारत-पाक युद्ध के दौरान सीमा सुरक्षा बल के बलिदान की गौरव गाथा जाने का भी मौका मिलता है.सामरिक दृष्टि से बबलियान वाला चौकी का बहुत बड़ा महत्व रहा है. इसलिए यहां  विदेशी सैलानियों का आना प्रतिबंधित है. नीति आयोग ने भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा पर जैसलमेर में बॉर्डर टूरिज्म को 2021 में मंजूरी दी थी. इस प्रोजेक्ट के तहत तनोट- लोंगेवाला-बबलियान सर्किट को विकसित किया गया है.

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