Ram Mandir: राजस्थान में 1000 टन बालू से बनाया गया भव्य राम मंदिर, आज वैदिक मंत्रोच्चर से हुई पूर्जा अर्चना

Ram Temple Built From Sand: अजमेर में इस भव्य राम मंदिर को बनाने में करीब 1000 क्विंटन बालू का इस्तेमाल किया गया ह. इसे बनाने में करीब 1 महीने का समय लगा है.

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अजमेर में बालू से बनाया गया भव्य राम मंदिर.

Rajasthan News: अयोध्या में 22 जनवरी को श्रीरामलला मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होगी. इसे लेकर पूरे देश में आस्था का माहौल है. प्रभु राम के भक्त अलग-अलग अंदाज में इस ऐतिहासिक पल को संजो रहे हैं. अजमेर के पुष्कर जिले में भी एक ऐसा राम भक्त है जिसने कई दिनों की कड़ी मेहनत करके बालू मिट्टी के माध्यम से श्री राम मंदिर की कलाकृति बनाई भगवान को समर्पित की है. 

1 महीने में बनकर हुई तैयार

पुष्कर के सैंड आर्टिस्ट अजय रावत (Ajay Rawat) ने सबसे बड़े राम मंदिर की ये कलाकृति बनाई है. अजय रावत ने बताया, 'करीब एक महीने पहले मैंने कलाकृति बनाने की शुरुआत की थी जो आज पूरी हो चुकी है.' पुष्कर स्थित रेत के थोरो में बालू मिट्टी का राम मंदिर तैयार किया गया है. इस कलाकृति की 20 जनवरी को वैदिक मंत्रोच्चर के साथ पूजा अर्चना कर शुरुआत की गई.

प्रतिदिन 3 से 4 घंटे किया काम

रावत ने आगे बताया कि वे हर दिन इस पर तीन से चार घंटे काम किया करते थे. इस कलाकृति को बनाने में 10 ट्रैक्टर  से ज्यादा बालू मिट्टी काम में लाई गई है. अजय बताते हैं कि इसके पहले भी उन्होंने बालू से कई मंदिर और कलाकृतियां बनाई हैं. पिछले 12 सालों से वह इस काम में हैं और वह लगातार इस तरह का काम कर रहे हैं. राम मंदिर को लेकर बनाई गई अजय की इस कलाकृति की चर्चा सोशल मीडिया पर भी खूब हो रही है.

अब तक 1000 कलाकृति बनाईं

यह कलाकृति अभी तक की सबसे बड़ी और खूबसूरत है. अजय रावत ने बताया कि राम मंदिर की कलाकृति बनाने में उन्हें हर दिन कड़ी मेहनत करनी पड़ी है, उसके बाद राम मंदिर की कलाकृति बनकर तैयार हुई है. वह अभी तक एक हजार से ज्यादा कलाकृतियां बना चुके हैं. रेत से कलाकृति बनाने का काम अजय रावत बहुत छोटी उम्र से ही करते चले आ रहे हैं.

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