जैसलमेर में भारत-पाकिस्तान सीमा पर BSF जवानों ने परिवार से दूर दिवाली मनाई. दीयों से सजावट कर और फुलझड़ी जला कर बॉर्डर पर कुछ इस तरह मनाया गया दिवाली का पर्व.
भारत-पाकिस्तान सीमा पर सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने अपने परिवार से दूर दिवाली मनाई. जवानों ने सीमा चौकियों पर दीये और मोमबत्तियाँ जलाईं और एक-दूसरे को मिठाइयाँ दीं.
बीएसएफ जवानों पर 3,323 किलोमीटर लंबी भारत-पाकिस्तान सीमा की सुरक्षा की जिम्मेदारी है. उन्हें थार रेगिस्तान और हिमालय सहित दुनिया के कुछ सबसे दुर्गम इलाकों में तैनात किया गया है.
चुनौतियों के बावजूद, बीएसएफ जवान देश को बाहरी खतरों से बचाने के अपने कर्तव्य के प्रति प्रतिबद्ध हैं. वे यह सुनिश्चित करने के लिए चौबीसों घंटे काम करते हैं कि सीमा सुरक्षित रहे और कोई अवैध गतिविधि न हो.
दिवाली पर बीएसएफ जवानों ने सीमा चौकियों पर अपने साथी जवानों के साथ त्योहार मनाया. उन्होंने दीये और मोमबत्तियाँ जलाईं, मिठाइयों का आदान-प्रदान किया और पटाखे फोड़े.
बीएसएफ जवानों ने अपने परिवार और दोस्तों को भी दिवाली की शुभकामनाएं दीं. उन्होंने कहा कि उन्हें देश की सेवा करने पर गर्व है और वे इसे सभी खतरों से बचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
बीएसएफ जवान साहस और बलिदान के प्रतीक हैं. वे प्रहरी हैं जो हमारी सीमाओं की रक्षा करते हैं और हमें सुरक्षित रखते हैं. दिवाली पर, हम इन बहादुर पुरुषों और महिलाओं को उनके समर्पण और कर्तव्य के प्रति प्रतिबद्धता के लिए सलाम करते हैं.
थार रेगिस्तान में तैनात बीएसएफ जवानों में से एक ने कहा कि वह दिवाली पर अपने परिवार को याद कर रहा, लेकिन उसे देश की सेवा करने पर गर्व है. उन्होंने कहा कि उन्हें पता था कि उनका परिवार सुरक्षित है क्योंकि वह और उनके साथी जवान सीमा की रक्षा कर रहे हैं.