नए साल पर घूमना चाहते हैं राजस्थान तो खूबसूरत जगहों को जरूर करें एक्सप्लोर

राजस्थान प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर है. इसलिए पर्यटक यहां काफी बड़ी तादाद में आते हैं और यहां के मिजाज का लुफ्त उठाते हैं. आज हम आपको राजस्थान के कुछ खूबरसूरत सी जगह के बारें में बताएंगे. यहां की तस्वीरें देख कर आप खुद को यहां आने से रोक नही पाएंगे.

  • अरावली पर्वतमाला की दो प्रसिद्ध चोटियों - गुरु शिखर और अचल गढ़ के बीच स्थित और माउंट आबू का पीस पार्क प्राकृतिक सुंदरता का केंद्र है.  (Nishant Mishra)
    अरावली पर्वतमाला की दो प्रसिद्ध चोटियों - गुरु शिखर और अचल गढ़ के बीच स्थित और माउंट आबू का पीस पार्क प्राकृतिक सुंदरता का केंद्र है. (Nishant Mishra)
  • Advertisement
  • माउंट आबू में नक्की झील राजस्थान के प्यार को सच में दर्शाता है. माउंट आबू के प्रेम झील के रूप में नामित, यह भारत के 11,000 मीटर की ऊंचाई पर सबसे बड़ी मानव निर्मित झील है.
    माउंट आबू में नक्की झील राजस्थान के प्यार को सच में दर्शाता है. माउंट आबू के प्रेम झील के रूप में नामित, यह भारत के 11,000 मीटर की ऊंचाई पर सबसे बड़ी मानव निर्मित झील है.
  • मोती महल राजस्थान के जोधपुर में मेहरानगढ़ किले में स्थित है, दर्शकों के लिए यह एक आकर्षण का केंद्र है.
    मोती महल राजस्थान के जोधपुर में मेहरानगढ़ किले में स्थित है, दर्शकों के लिए यह एक आकर्षण का केंद्र है.
  • मेहरानगढ़ दुर्ग जोधपुर शहर के धरातल से 112 मीटर की ऊंचाई पर है. यह दुर्ग चारों ओर से अभेद्य प्राचीरों से घिरा हुआ है. यह दुर्ग बारीक नक्काशी और विशाल प्रांगण के लिए दुनियाभर में जाना जाता है.
    मेहरानगढ़ दुर्ग जोधपुर शहर के धरातल से 112 मीटर की ऊंचाई पर है. यह दुर्ग चारों ओर से अभेद्य प्राचीरों से घिरा हुआ है. यह दुर्ग बारीक नक्काशी और विशाल प्रांगण के लिए दुनियाभर में जाना जाता है.
  • Advertisement
  • उदयपुर के ठीक बाहर स्थित, 19वीं सदी का यह महल बंसदरा पहाड़ियों की चोटी पर बना है. मानसून महल और शिकार लॉज के रूप में उपयोग किया जाने वाला, इसके निर्माता, महाराणा सज्जन सिंह ने मूल रूप से इसे एक खगोलीय केंद्र बनाने की योजना बनाई थी.
    उदयपुर के ठीक बाहर स्थित, 19वीं सदी का यह महल बंसदरा पहाड़ियों की चोटी पर बना है. मानसून महल और शिकार लॉज के रूप में उपयोग किया जाने वाला, इसके निर्माता, महाराणा सज्जन सिंह ने मूल रूप से इसे एक खगोलीय केंद्र बनाने की योजना बनाई थी.
  • भारतीय वीर सैनिकों को समर्पित लोंगेवाला वॉर मेमोरियल 4 दिसंबर 1971 की लड़ाई की कहानी कहता है. यह युद्ध पाकिस्‍तानी सेना और भारतीय रक्षकों के बीच हुआ था. इसमें 120 भारतीय सैनिकों के सामने और 2 से 3 हजार पाकिस्‍तानी सैनिक, 40-45 टैंक और 4 हंटर लड़ाकू विमान थे.
    भारतीय वीर सैनिकों को समर्पित लोंगेवाला वॉर मेमोरियल 4 दिसंबर 1971 की लड़ाई की कहानी कहता है. यह युद्ध पाकिस्‍तानी सेना और भारतीय रक्षकों के बीच हुआ था. इसमें 120 भारतीय सैनिकों के सामने और 2 से 3 हजार पाकिस्‍तानी सैनिक, 40-45 टैंक और 4 हंटर लड़ाकू विमान थे.
  • जयपुर में स्थित जंतर-मंतर एक ऐतिहासिक स्मारक है जो की भारत की पांच खगोलीय वेधशालाओं में से सबसे बड़ा है. इसका निर्माण 18वीं सदीं में महाराजा सवाई जय सिंह द्वारा करवाया गया है. सवाई जय सिंह द्वारा बनवाया गया जंतर मंतर यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल है.
    जयपुर में स्थित जंतर-मंतर एक ऐतिहासिक स्मारक है जो की भारत की पांच खगोलीय वेधशालाओं में से सबसे बड़ा है. इसका निर्माण 18वीं सदीं में महाराजा सवाई जय सिंह द्वारा करवाया गया है. सवाई जय सिंह द्वारा बनवाया गया जंतर मंतर यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल है.
  • Advertisement
  • भारत की इस अद्भुत एतिहासित विरासत का नाम है 'जल महल', जो जयपुर में है. असल में यह एक महल है. जयपुर-आमेर मार्ग पर मानसागर झील के मध्य स्थित इस महल का निर्माण सवाई जयसिंह ने 1799 ईस्वी में करवाया था.
    भारत की इस अद्भुत एतिहासित विरासत का नाम है 'जल महल', जो जयपुर में है. असल में यह एक महल है. जयपुर-आमेर मार्ग पर मानसागर झील के मध्य स्थित इस महल का निर्माण सवाई जयसिंह ने 1799 ईस्वी में करवाया था.
  • राजस्थान के उदयपुर (Udaipur) शहर को झीलों की नगरी (City Of Lakes) कहा जाता है. यहां की ढेबर झील पर्यटकों के बीच काफी फेमस हैं. जिसे जयसमंद झील के नाम से भी जाना जाता है.
    राजस्थान के उदयपुर (Udaipur) शहर को झीलों की नगरी (City Of Lakes) कहा जाता है. यहां की ढेबर झील पर्यटकों के बीच काफी फेमस हैं. जिसे जयसमंद झील के नाम से भी जाना जाता है.
  • अमर सागर झील राजस्थान में जैसलमेर की पश्चिमी सीमा से 7 किमी दूर स्थित है. यह अमर सिंह महल के बगल में स्थित एक झील है जिसे 17वीं शताब्दी में बनाया गया था.
    अमर सागर झील राजस्थान में जैसलमेर की पश्चिमी सीमा से 7 किमी दूर स्थित है. यह अमर सिंह महल के बगल में स्थित एक झील है जिसे 17वीं शताब्दी में बनाया गया था.
  • Advertisement
  • जयपुर के शीर्ष पर्यटक आकर्षणों में से एक, विशाल आमेर पैलेस किला एक छोटी पहाड़ी के ऊपर स्थित है, और मुख्य शहर से लगभग 11 किमी की दूरी पर स्थित है.
    जयपुर के शीर्ष पर्यटक आकर्षणों में से एक, विशाल आमेर पैलेस किला एक छोटी पहाड़ी के ऊपर स्थित है, और मुख्य शहर से लगभग 11 किमी की दूरी पर स्थित है.
  • एक झील की कल्पना करें जो आपको अतीत की झलक और वर्तमान का स्वाद देती है. वह झील गड़ीसर झील है, जो भारत के राजस्थान के जैसलमेर में स्थित है.
    एक झील की कल्पना करें जो आपको अतीत की झलक और वर्तमान का स्वाद देती है. वह झील गड़ीसर झील है, जो भारत के राजस्थान के जैसलमेर में स्थित है.
  • फतेहसागर झील पानी के सबसे आकर्षक गुणों में से एक प्रदान करती है; पानी की शांति प्रकृति की शांति को दर्शाती है. मंत्रमुग्ध कर देने वाली लहरें, क्रिस्टल स्पष्ट छवियां आपकी आत्मा में एक त्वरित झलक देती हैं.
    फतेहसागर झील पानी के सबसे आकर्षक गुणों में से एक प्रदान करती है; पानी की शांति प्रकृति की शांति को दर्शाती है. मंत्रमुग्ध कर देने वाली लहरें, क्रिस्टल स्पष्ट छवियां आपकी आत्मा में एक त्वरित झलक देती हैं.
  • दूध तलाई झील या दूध तलाई झील, राजस्थान के उदयपुर के केंद्र में, शिव निवास पैलेस के पास, पिछोला झील के निकट स्थित एक छोटा तालाब है. दूध तलाई झील उदयपुर शहर के केंद्र के बहुत करीब स्थित है.
    दूध तलाई झील या दूध तलाई झील, राजस्थान के उदयपुर के केंद्र में, शिव निवास पैलेस के पास, पिछोला झील के निकट स्थित एक छोटा तालाब है. दूध तलाई झील उदयपुर शहर के केंद्र के बहुत करीब स्थित है.
  • राजस्थान में जैसलमेर से 40 किमी दूर स्थित डेजर्ट नेशनल पार्क राजस्थान राज्य के सबसे बड़े पार्क में गिना जाता है.
    राजस्थान में जैसलमेर से 40 किमी दूर स्थित डेजर्ट नेशनल पार्क राजस्थान राज्य के सबसे बड़े पार्क में गिना जाता है.
  • सिटी पैलेस जयपुर के पूर्व शासक परिवार का निवास स्थान है. पुराने शहर के एक-सातवें हिस्से में फैला हुआ.
    सिटी पैलेस जयपुर के पूर्व शासक परिवार का निवास स्थान है. पुराने शहर के एक-सातवें हिस्से में फैला हुआ.
  • अल्बर्ट हॉल की स्थापना साल 1876 में 6 फरवरी को प्रिंस ऑफ वेल्स, अल्बर्ट एडवर्ड की जयपुर यात्रा के दौरान रखी गई थी. उनके नाम पर ही इमारत का नाम रखा गया है.
    अल्बर्ट हॉल की स्थापना साल 1876 में 6 फरवरी को प्रिंस ऑफ वेल्स, अल्बर्ट एडवर्ड की जयपुर यात्रा के दौरान रखी गई थी. उनके नाम पर ही इमारत का नाम रखा गया है.
  • टॉड रॉक व्यू पॉइंट माउंट आबू
    टॉड रॉक व्यू पॉइंट माउंट आबू