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खानवा का युद्ध स्थल पर्यटकों के लिए बना आकर्षण, तस्वीरों के साथ जानें इतिहास

खानुआ युद्ध स्मारक को अन्तर्राष्ट्रीय पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करने के लिए हर साल 3 अक्टूबर को पेनोरमा पूरी होने की याद में भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा. देश-विदेश के पर्यटकों को महाराणा सांगा पेनोरमा का दीदार भी हो सकेगा. जिसमें महाराणा सांगा के बचपन से लेकर अन्तिम युद्ध तक के जीवन वृतांत को दर्शाया जाएगा. (ललितेश कुशवाहा)

  • 17 मार्च, 1527 को मेवाड़ के राणा सांगा और मुगल बादशाह बाबर के बीच लड़ा गया एक महत्वपूर्ण युद्ध था.
  • राज्य स्थापित करने की महत्वाकांक्षा, धार्मिक कारण और पिछले समझौतों का उल्लंघन.
  • बाबर ने इस युद्ध में तोपों का इस्तेमाल किया जिससे पहाड़ों पर आज भी बारूद के निशान मौजूद हैं.
  • 2008 में युद्ध स्थल पर राणा सांगा सहित अन्य योद्धाओं के स्मारक बनाए गए.
  • यह स्थल अब एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल बन गया है और इसे और विकसित करने के लिए सरकार द्वारा बजट आवंटित किया गया है.
  • युद्ध स्थल पर खून के निशान और बारूद के छल्ले आज भी साफ दिखाई देते हैं.
  • खानवा युद्ध स्मारक को एक अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की योजना है.