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In Pics: अब पुष्कर में भी उठा सकेंगे कैमल सफारी का रोमांच, यहीं है दुनिया का एकमात्र ब्रह्मा मंदिर

रेगिस्तान और रेतीले धोरो का नाम सामने आते ही जैसलमेर-बाड़मेर के नाम भले ही जहन में सबसे पहले आता हो, पर तीर्थ नगरी पुष्कर (Pushkar) के रेत के धोरे भी अब देशी विदेशी पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बनते जा रहे हैं. अब यहां पर पर्यटक डेजर्ट, कैमल सफारी का रोमांच उठा सकते हैं. देखिए पवन सिंह अटारिया की ये रिपोर्ट...

  • तीर्थ नगरी पुष्कर अरावली पर्वत श्रृंखला की गोद में बसा राजस्थान का ऐतिहासिक एवं धार्मिक शहर है, जिसमें प्रकृति की हर वो खूबी है जो दुनिया में अलग-अलग जगह मिलती है.
  • यह पर्यटन की दृष्टि से भी अलग पहचान रखता है, जहां चारों ओर अरावली पर्वत माला है, तो वहीं राजस्थान की पहचान जाने जाने वाले बालू मिट्टी के रेतीले धोरे भी एक पवित्र सरोवर जो कि लोगों की आस्था का केंद्र हैं.
  • ये हिंदुओं के सबसे बड़े तीर्थों में माना जाता है. जनवरी-फरवरी महीने में देश और विदेश के हजारों श्रद्धालु और पर्यटक पुष्कर पहुंच रहे हैं, जिससे कस्बे के बाजार, मंदिर, घाट, होटल, गेस्ट हाउस, रेस्टोरेंट्स पर्यटक से आबाद हैं.
  • लग्जरी टेंट हाउस के मैनेजर साहिब ने बताया कि ब्रह्मा नगरी में हर कोई आना चाहता है, क्योंकि यहां वर्ल्ड में एक ही ब्रह्मा जी का मंदिर है, जो पुष्कर में है. ब्रह्मा जी के मंदिर के साथ-साथ यहां पर लेक, डेजर्ट एरिया है, जहां पर सफारी होती है.
  • पुष्कर लेक और सावित्री माता मन्दिर के पास 16 लग्जरी टेंट के साथ स्विमिंग पूल है. वेडिंग माइक्रो वेडिंग के लिए छोटा गार्डन है, स्पा है, प्रॉपर्टी में और योगा हाल है, और कई फैसिलिटी हैं, जहां विदेशी सैलानी जाकर रुकते हैं और खूब इंजॉय करते हैं.
  • पुष्कर के रेतीले धोरो में कैमल सफारी करने वाले महेश ने बताया कि मैं इसको कैमल सफारी करते हुए 8 साल हो गए. कैमल सफारी के लिए देशी-विदेशी पर्यटक आते हैं. जनवरी-फरवरी महीने तक तो अच्छा माहौल रहता है. उसके बाद विदेशी पर्यटक नहीं आते. अक्टूबर-नवंबर महीने में पुष्कर का पशु मेला लगता है उसे वक्त काफी अच्छा व्यापार होता है.
  • रेगिस्तान में घूमने के लिए आने वाले विदेशियों को कैमल डांस, जिप्सी डांस बहुत पसंद आता है. विदेशियों को कैमल सफारी पसंद आए, इसको लेकर ऊंट गाड़ी को डेकोरेट करके रखते हैं. बग्गी पर नया कवर लगाते हैं. ऊंट को भी काफी सजाया संवारा जाता है.
  • हैदराबाद से आए पर्यटक अबू फैजल ने बताया कि राजस्थान का एक बहुत सुंदर पर्यटन स्थल पुष्कर है. वह हर साल करीब 150 लोग जनवरी-फरवरी के महीने में यहां आते हैं. यहां की जो तहजिब और जो संस्कृति है, वह उन्हें काफी पसंद आती है. यहां पर आने के बाद काफी सुकून मिलता है.