द्वारकाधीश मंदिर में भगवान द्वारकाधीश को कराया नौका विहार, देखें तस्वीरें

राजसमंद के द्वारकाधीश मंदिर में रविवार को भगवान द्वारकाधीश को नौका विहार कराया गया. इसमें काठ की नाव को फूलों से सजाया गया और फिर सुगंधित जल में उतारा गया. इस जल में कमल के फूल, गुलाब की पंखुड़ियां, सुगंधित इत्र समेत कई चीजें डाली जाती हैं. बाद में इस जल को यमुना नदी के जल में छोड़ दिया जाता है. यह परंपरा कई सालों से चली आ रही है.

  • राजसमंद के  द्वारकाधीश मंदिर में रविवार को पुष्टिमार्गीय तृतीय पीठ प्रन्यास के अवसर पर भगवान द्वारकाधीश को नौका विहार कराया गया. इस मौके पर निज मंदिर के रतन चौक में जल से भरी काठ की नाव को उतारा गया.
    राजसमंद के द्वारकाधीश मंदिर में रविवार को पुष्टिमार्गीय तृतीय पीठ प्रन्यास के अवसर पर भगवान द्वारकाधीश को नौका विहार कराया गया. इस मौके पर निज मंदिर के रतन चौक में जल से भरी काठ की नाव को उतारा गया.
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  • काठ की नाव को फूलों से सजाया गया था. इसमें भगवान द्वारकाधीश को बैठाकर नौका विहार कराया गया.
    काठ की नाव को फूलों से सजाया गया था. इसमें भगवान द्वारकाधीश को बैठाकर नौका विहार कराया गया.
  • यह नौका विहार रतन चौक में भरे जल में कराई जाती है. इसमें कमल के फूल, गुलाब की पंखुड़ियां, सुगंधित इत्र समेत कई चीजें डाली जाती हैं. जिसके बाद भगवान द्वारकाधीश को नाव में बैठाया गया.
    यह नौका विहार रतन चौक में भरे जल में कराई जाती है. इसमें कमल के फूल, गुलाब की पंखुड़ियां, सुगंधित इत्र समेत कई चीजें डाली जाती हैं. जिसके बाद भगवान द्वारकाधीश को नाव में बैठाया गया.
  • इस नाव का संचालन गोस्वामी डॉ. वागीश कुमार और दोनों राजकुमारों ने किया. नाव की सवारी के बाद भगवान द्वारकाधीश के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. उन्हें खेवा पद्धति से दर्शन कराए गए.
    इस नाव का संचालन गोस्वामी डॉ. वागीश कुमार और दोनों राजकुमारों ने किया. नाव की सवारी के बाद भगवान द्वारकाधीश के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. उन्हें खेवा पद्धति से दर्शन कराए गए.
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  • द्वारकाधीश के दर्शन के बाद यमुना जल छोड़ा गया. इसमें स्नान करने के लिए मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे. मंदिर में सुरक्षा के लिए पुलिस प्रशासन की ओर से विशेष इंतजाम किए गए थे.
    द्वारकाधीश के दर्शन के बाद यमुना जल छोड़ा गया. इसमें स्नान करने के लिए मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे. मंदिर में सुरक्षा के लिए पुलिस प्रशासन की ओर से विशेष इंतजाम किए गए थे.