बाड़मेर की ये महिला बनेंगी अमेरिका की 'खास' मेहमान, हार्वर्ड में भी दे चुकी है लेक्चर

Rajasthan News: राजस्थान के बाड़मेर की डॉ. रूमा देवी को एक बार फिर अमेरिका में सम्मानित किया जाएगा. नारी शक्ति की मिसाल डॉ. रूमा 21 नवंबर को टेक्सास में अतिथि के रूप में शामिल होंगी.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
Dr. Ruma Devi

Dr. Ruma Devi: राजस्थान के बाड़मेर जिले की रहने वाली रूमा देवी एक बार फिर अमेरिका में प्रदेश का नाम रोशन करने जा रही हैं. स्माइल फाउंडेशन यूएसए के जरिए आयोजित भव्य कार्यक्रम में रूमा देवी को दूसरी बार मुख्य अतिथि बनने का अवसर मिला है.

दूसरी बार अमेरिका में होंगी मुख्य अतिथि

नारी शक्ति पुरस्कार से सम्मानित डॉ. रूमा देवी 21 नवंबर को स्टैफोर्ड सेंटर टेक्सास के वार्षिक समारोह में शामिल होने जा रही हैं. डॉ. रूमा के साथ इस समारोह में भारतीय सिनेमा की प्रसिद्ध अभिनेत्री भाग्यश्री और हैरिस काउंटी की जिला अटॉर्नी किम ओग भी विशेष अतिथि के रूप में शामिल होंगी.इस कार्यक्रम में बाड़मेर की रूमा देवी भारतीय हस्तशिल्प कला, महिलाओं के आर्थिक उत्थान, कौशल विकास और सामाजिक बदलाव अपना लेक्चर देंगी. उनके द्वारा महिलाओं के उत्थान के लिए किए गए कार्यों का अनुभव भी वह साझा करेंगी.

 हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में भी दे चुकी है लेक्चर

रूमा देवी की यह पहली अमेरिका यात्रा नहीं है। इससे पहले वे कई बार अमेरिका में आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा ले चुकी हैं. इससे पहले वे हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के वार्षिक सम्मेलन में बतौर वक्ता हिस्सा ले चुकी हैं. अमेरिका में रहने वाले भारतीयों में रूमा का खासा क्रेज है. वे भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए कई कार्यक्रमों में व्याख्यान दे चुकी हैं. स्माइल फाउंडेशन यूएसए की अंजलि और शालू अग्रवाल ने बताया कि भव्य आयोजन में कई सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। संगीतमय प्रस्तुति के साथ डिनर का भी आयोजन होगा.

कौन हैं नारी शक्ति का प्रतीक रूमा देवी

बाड़मेर की रूमा देवी ने 8वीं तक पढ़ाई की है, लेकिन अपने दृढ़ निश्चय के दम पर उन्होंने अमेरिका में अपनी पहचान बनाई है. अपने दृढ़ निश्चय के दम पर उन्होंने अमेरिका की हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में भी अपनी पहचान बनाई है. वहां उन्हें महिला सशक्तिकरण पर लेक्चर देने का मौका मिला. अपनी प्रतिभा के दम पर उन्होंने विदेश में भी अपनी पहचान बनाई है.  रूमा देवी को बचपन से ही कढ़ाई का शौक था. अपने शौक को हुनर ​​में बदलकर उन्होंने 2010 में एक एनजीओ जॉइन कर लिया. आज रूमा एक फैशन डिजाइनर के तौर पर जानी जाती हैं.

Advertisement

यह भी पढ़ें: मेजर शैतान सिंह का शहादत दिवस: राजस्थान का परमवीर, जिसने Rezang La में मुट्ठी भर जवानों के साथ चीनी सेना से लिया लोहा

Topics mentioned in this article