Rajasthan News: कहते है कि बेटियां जब पढ़ लिख जाती है तो अपने साथ साथ कई पीढ़ियों का नाम रोशन कर देती है. ऐसी ही मिसाल राजस्थान के हनुमानगढ़ में देखने को मिली है. जहां जिले के जाखंड़ावाली क्षेत्र में कैप्टन के एल गोदारा की बेटी लक्ष्या गोदारा ने अपने पिता का नाम रोशन किया है. लक्ष्या को भारतीय नौसेना में अधिकारी के पद पर नियुक्ति मिली हैं. इससे उनके परिवार वालों सहित गांव भर के लोगों का सीना गर्व से चौड़ा हो गया है. बताया जा रहा है कि आसपास के गांवों में भारतीय नौसेना में अधिकारी के पद तक पहुंचने वाली लक्ष्या एकमात्र लड़की है.
पिता भी है भारतीय नौसेना का हिस्सा
लक्ष्या के पिता कैप्टन केएल गोदारा भारतीय नौसेना में कैप्टन के पद पर हैं. वह अपने समय के हनुमानगढ़ से सैनिक स्कूल से एनडीए में शामिल होने वाले एकमात्र व्यक्ति है. जिसके बाद अब बेटी लक्ष्या ने भी पिता के कदमों पर चलकर भारतीय नौसेना में अफसर बनकर उनका नाम रोशन किया.
लक्ष्या की पढ़ाई लिखाई
पिता के सेना में होने के कारण लक्ष्या की स्कूली पढ़ाई देश भर के अलग अलग रक्षा और कॉन्वेंट स्कूलों में हुई है. वह हमेशा से पढ़ाई और एक्ट्रा करिक्युलम में आगे रहती है. उन्होंने नौकायन, लक्षद्वीप में जल गतिविधियों,पर्वतारोहण अभियान और घुड़सवारी में हिस्सा लिया है. वह एक बेहतरीन तैराक और स्टेज परफार्मर भी रही हैं. स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद ग्रेजुएशन के लिए उन्होंने बीए एलएलबी, ऑनर्स किया . साथ ही ग्रेजुएशन पूरी होने के बाद उन्होंने बेंगलुरु की एक शीर्ष लॉ फर्म में दो साल तक काम किया. लेकिन घर में सेना वाला माहौल होने के कारण उनका झुकाव हमेशा भारतीय सेना में शामिल होने का रहा, जिसके बाद बेंगलुरु से लौटने का फैसला करते हुए लक्ष्या ने एनडीए की तैयारी करते हुए नौसेना में शामिल हुई.
नाना देखा था पोती को बनते हुए अधिकारी
25 मई को लक्ष्या के नाना नरेंद्र डोटासरा उनकी पासिंग आउट परेड के लिए भारतीय नौसेना अकादमी गए थे. जहां उन्होंने वरिष्ठ अफसरों के हाथों लक्ष्या को अधिकारी बनते हुए देखा था. इस अवसर पर लक्ष्या के पिता के एल गोदारा और उनकी पत्नी भी इस समारोह में शामिल हुए.