Rajasthan: 25 साल से भरतपुर की बेटियों को दे रहे कुश्ती की फ्री ट्रेनिंग, अब तक 230 को मिल चुकी हैं सरकारी नौकरी

Rajasthan News: भरतपुर में पिछले 25 सालों से महारानी किशोरी बालिका व्यायामशाला में महिला पहलवानों को यदुवीर सिंह निशुल्क प्रशिक्षण दे रहे हैं. उनके यहां से निकली करीब 230 महिला पहलवान आज अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर खेलकर सरकारी नौकरी पा चुकी हैं.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
पहलवान यदुवीर सिंह अपनी महिला पहलवानों के साथ

Bharatpur News: कुछ करने की चाह हो तो रास्ते खुद ही बन जाते हैं, इस बात को  पहलवान यदुवीर सिंह ने सच कर दिखाया है. गरीब परिवारों की बेटियों को कुश्ती के गुर सिखाने के लिए वे पिछले 25 सालों से भरतपुर जिले के महारानी किशोरी बालिका व्यायामशाला में महिला पहलवानों को निशुल्क प्रशिक्षण दे रहे हैं. यहां वे प्रशिक्षण के अलावा महिला पहलवानों के  रहने-खाने की व्यवस्था भी निशुल्क  करते है. उनके यहां से सीखकर निकली करीब 230 महिला पहलवान आज अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर खेलकर सरकारी नौकरी पा चुकी हैं.

फ्री में देते है लड़कियों को पहलवानी प्रशिक्षण

महिला पहलवानों को प्रशिक्षण देने के बारे में यदुवीर सिंह ने बताया कि 1996 में जब महिला पहलवानों को ओलंपिक में शामिल किया गया तो उनके मन में उन्हें कुश्ती का प्रशिक्षण देने का विचार आया. जिसके बाद उन्होंने सबसे पहले अपनी तीन बेटियों और दो भतीजियों के साथ इसकी शुरुआत की. इसके बाद उन्होंने पड़ोस में रहने वाली बेटियों को इसमें शामिल किया. धीरे-धीरे जब शुरुआत हुई तो अन्य बेटियां भी प्रशिक्षण लेने लगीं. यहां निशुल्क प्रशिक्षण लेने वाली बेटियों को फ्री आवास और भोजन की सुविधा उपल्बध कराई जाती है.

Advertisement

पत्नी और बेटा दोनों देते है साथ

उन्होंने बताया कि पहले उन्हें सरकार की तरफ से कोई मदद नहीं मिली. उन्होंने अपने घर में ही गद्दों पर यह ट्रेनिंग शुरू की. जैसे-जैसे महिला पहलवान नाम कमाने लगीं, उन्हें सरकार और जिला प्रशासन की तरफ से मदद मिलनी शुरू हो गई. इस पहल में उनकी पत्नी और बेटा दोनों उनका साथ देते हैं. उनकी पत्नी सरोज यहां आकर ट्रेनिंग ले रही महिला पहलवानों से बात करती हैं, ताकि उन्हें किसी तरह की परेशानी हो तो वे खुलकर बता सकें. उनका बेटा जो सरकारी कोच है, पहलवानों को ट्रेनिंग दे रहा है.

Advertisement

माहौल देखकर पहलवान आकर कुश्ती लड़ते हैं

पहलवान यदुवीर सिंह से प्रशिक्षण ले रही पहलवान तन्वी सिनसिनवार ने बताया कि वह भरतपुर जिले के गांव जिरौली की रहने वाली हैं. एक दिन वह यहां घूमने आई और यहां का माहौल देखकर लगा कि मुझे भी कुश्ती करनी चाहिए. जिसके बाद मैंने यहां आने का फैसला किया. यहां निशुल्क कुश्ती प्रशिक्षण देने के साथ ही आवास और भोजन भी निशुल्क उपलब्ध कराया जाता है.

Advertisement

पहलवानों की न्यूट्रिशन का रखते है खास ख्याल

यहां प्रशिक्षण ले रही एक अन्य महिला पहलवान ने बताया कि कुश्ती के लिए पोषण की आवश्यकता होती है. इसके लिए वे हर चीज का अच्छे तरीके से प्रबंध करते हैं, ताकि पहलवानों की ट्रेनिंग पर किसी तरह का असर न पड़े. यदुवीर सिंह सनसनी द्वारा हर साल महिला कुश्ती प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है, जिसमें देश के विभिन्न हिस्सों से महिला पहलवान भाग लेने आती हैं.

यह भी पढ़ें: Rajasthan Job: करौली ग्रेजुएट के लिए बैंकिंग सेक्टर में रोजगार का सुनहरा मौका, जानें लास्ट डेट और आवेदन प्रक्रिया

Topics mentioned in this article