Jhunjhunu News: क्रिकेट के मौजूदा सीजन के बीच झुंझुनू पुलिस ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) पर चल रहे एक बड़े ऑनलाइन सट्टेबाजी रैकेट का खुलासा किया है. एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (AGTF) और कोतवाली थाना पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में 10,40,350 रुपए नकद, 29 मोबाइल फोन, दो टीवी, एक लैपटॉप, वाईफाई राउटर, रजिस्टर, डायरियां और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बरामद किए गए. पुलिस को जब्त दस्तावेजों से करीब 3 करोड़ रुपये की सट्टेबाजी का हिसाब-किताब मिला है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि यह रैकेट बड़े स्तर पर संचालित हो रहा था.
इस कार्रवाई को कार्यवाहक पुलिस अधीक्षक देवेंद्र सिंह राजावत के निर्देशन और वृताधिकारी वीरेंद्र कुमार शर्मा के पर्यवेक्षण में अंजाम दिया गया. मंगलवार रात थाना कोतवाली के एसआई प्यारेलाल को AGTF प्रभारी विक्रम सिंह से सूचना मिली कि वसुंधरा नगर स्थित एक मकान में ऑनलाइन क्रिकेट सट्टा चल रहा है. जब टीम ने मकान पर छापा मारा, तो मकान की दूसरी मंजिल पर तीन व्यक्ति सट्टा लगाते हुए पकड़े गए. मौके से टीवी पर लाइव मैच की कमेंट्री सुनाई दे रही थी और स्पीकर से सट्टे के भाव घोषित किए जा रहे थे.
‘जूम ऐप' के जरिए ऑनलाइन सट्टा लगाते थे
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान अनिल कुमार जाट (जिला चूरू), जितेंद्र जाट (बिबासर, झुंझुनू) और इंतजार अली (क्यामसर, झुंझुनू) के रूप में हुई है. पूछताछ में सामने आया कि आरोपी ‘जूम ऐप' के जरिए ऑनलाइन सट्टा लगाते थे, जो वाईफाई राउटर के माध्यम से संचालित होता था. यह तकनीकी तरीका सट्टेबाजी को छिपाने और पुलिस से बचने के लिए अपनाया गया था. जब्त दस्तावेजों में मिली जानकारी से यह साफ हुआ कि यह रैकेट सिर्फ स्थानीय नहीं, बल्कि व्यापक डिजिटल नेटवर्क से जुड़ा हुआ है.
आरोपियों पर पहले से भी हैं मामले दर्ज
तीनों आरोपियों पर जुआ अधिनियम की धाराओं में मामला दर्ज कर गिरफ्तारी की गई है. जांच में यह भी सामने आया कि अनिल कुमार पहले भी हत्या के प्रयास के मामले में आरोपी रह चुका है, जबकि जितेंद्र पर 2014 में जयपुर में मारपीट और छेड़छाड़ का मामला दर्ज है. हालांकि, इंतजार अली का अब तक कोई आपराधिक रिकॉर्ड सामने नहीं आया है.
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