राजस्थान पुलिस अकादमी में प्रशिक्षण ले रहे 15 सब इंस्पेक्टर गिरफ्तार, सीएम ने कहा- किसी को नहीं बख्शा जाएगा

SOG ने 12 सब-इस्पेक्टर को राजस्थान पुलिस अकादमी से गिरफ्तार किया है जो प्रशिक्षण ले रहे थे. वहीं, एक को पीटीएस किशनगढ़ और दो को उनके घर जालौर और बाड़मेर से गिरफ्तार किया गया है.

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राजस्थान में पेपर लीक मामले में हुई कार्रवाई.

Rajasthan Paper Leak Case: राजस्थान पेपर लीक मामले में एक के बाद एक नए खुलासे हो रहे हैं. वहीं, 29 फरवरी को इस मामले के मास्टर माइंड जगदीश बिश्नोई की गिरफ्तारी के बाद से पुलिस को लगातार कोई न कोई नई सफलता मिल रही है. अब इस मामले में SOG ने बड़ी कार्रवाई की है. जिसमें 15 सब इंस्पेक्टर को गिरफ्तार किया है जो राजस्थान पुलिस अकादमी में प्रशिक्षण ले रहे थे. यह वह लोग हैं जिनपर आरोप है कि पुलिस एसआई परीक्षा 2021-22 में नकल करके पास किया है. अब इन सभी को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. 

सीएम भजन लाल ने भी किया पोस्ट

वहीं, इस मामले में सीएम भजन लाल शर्मा ने भी कहा है कि किसी को बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने एक्स पर लिखा, "मोदी जी की गारंटी" मतलब गारंटी पूरी होने की गारंटी! नए भारत के नए राजस्थान में पेपर लीक पर कसी जा रही लगाम. पेपरलीक पर रोकथाम हेतु गठित एसआईटी को मिली बड़ी सफ़लता - उप-निरीक्षक भर्ती परीक्षा 2021 पेपर लीक मामले में SIT की बड़ी कामयाबी, 15 लोग हिरासत में. परीक्षा टॉपर सहित 15 संदिग्ध (प्रशिक्षु) जो RPA जयपुर व RPTC किशनगढ़ में प्रशिक्षणाधीन हैं, उनसे SOG में SIT द्वारा पूछताछ की जा रही है.

वहीं, उन्होंने यह भी कहा कि अगर किसी को भी पेपरलीक के खिलाफ जानकारी SIT की HelpLine 9530429258 पर साझा करें.

12 अकादमी से और 3 घर से हुए गिरफ्तार

SOG ने 12 सब-इस्पेक्टर को राजस्थान पुलिस अकादमी से गिरफ्तार किया है जो प्रशिक्षण ले रहे थे. वहीं, एक को पीटीएस किशनगढ़ और दो को उनके घर जालौर और बाड़मेर से गिरफ्तार किया गया है. बताया जा रहा है कि इन सब के बारे में मास्टर माइंड जगदीश बिश्नोई ने जानकारी दी थी. पुलिस का मानना ​​है कि उसने इन सब इंस्पेक्टरों को धोखा देने में मदद की. साथ ही सुराग मिलने के बाद पता चला कि उन्होंने परीक्षा में नकल की और पुलिस बल में शामिल हो गए.

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अब सवाल उठने लगे हैं कि क्या पुलिस कांस्टेबल परीक्षा का आयोजन किया गया था?

जगदीश बिश्नोई 10 साल पहले शुरू किया था धोखाधड़ी का कारोबार

धोखाधड़ी माफियाओं के बीच गुरु के रूप में जाने जाने वाले जगदीश बिश्नोई ने एक सरकारी स्कूल शिक्षक के रूप में अपना करियर शुरू किया. वहीं, 2003 और 2004 में धोखाधड़ी के कारोबार में आए. पुलिस सूत्रों का कहना है कि उन्होंने एक बहुरूपिया और एक डमी उम्मीदवार के रूप में अपनी सेवाएं देने से शुरुआत की और फिर ब्लूटूथ के माध्यम से लीक करने और उम्मीदवारों को नकल करने में मदद करने लगे.

इसके बाद वह पेपर लीक के हाई प्रोफाइल कारोबार में उतर गया. पुलिस सूत्रों ने एनडीटीवी को बताया है कि वह राजस्थान में सक्रिय ठगी करने वाले गिरोह में कभी प्रतिस्पर्धा में तो कभी सहयोग में काम करते हैं. जगदीश बिश्नोई जल्द ही एक लोकप्रिय नाम बन गया और धोखाधड़ी के क्षेत्र में गुरु के रूप में जाना जाने लगा.

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वहीं, 15 सब इंस्पेक्टर के गिरफ्तार होने के बाद माना जा रहा है कि वर्तमान में प्रशिक्षण ले रहे राजस्थान सब इंस्पेक्टर पुलिस बैच के लिए परेशानी हो सकती है. क्योंकि वर्तमान में 700 पुलिस कर्मियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है.

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