Ground Report: जयपुर में ई-रिक्शा के लिए लागू होगी नई पॉलिसी? 29 हजार E-Rickshaw से ध्वस्त हो रही ट्रैफिक व्यवस्था

नगर निगम हेरिटेज मेयर मुनेश गुर्जर का कहना है कि ई रिक्शा संचालन से चार दिवारी में ट्रैफिक व्यवस्था गड़बड़ा गई है. इसको लेकर परिवहन विभाग को नगर निगम की ओर से पत्र लिखा जाएगा और ई-रिक्शा संचालन को लेकर जो भी सरकार की नीति है उसे शुरू करने का प्रयास करेंगे.

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प्रतीकात्मक तस्वीर.
ANI

Rajasthan News: आज पूरी दुनिया में ई-व्हीकल को बढ़ावा देने के प्रयास किया जा रहे हैं. बढ़ते प्रदूषण को लेकर चिंतित देशों में ई-व्हीकल पर सरकारों की ओर से सब्सिडी और अन्य अनुदान भी दिए जाते हैं. लेकिन कई बार बिना रीति-नीति के किए गए निर्णय भी आमजन सहित व्यवस्थाओं को नुकसान पहुंचा सकते हैं. देशभर में अलग पहचान रखने वाले राजधानी जयपुर का हाल इन दोनों ऐसा ही नजर आ रहा है. सरकार की ओर से आई विकास को बढ़ावा देने के लगातार प्रयास किया जा रहे हैं. लेकिन वॉल सिटी में चलने वाले ई-रिक्शा इन दोनों परेशानी का सबक बन चुके हैं. हालांकि परिवहन विभाग की ओर से ई रिक्शा संचालन को लेकर नई नीति बनाने की बात कही गई थी, परंतु अब तक उसे शुरू नहीं किया गया.

जयपुर में 29 हजार ई-रिक्शा संचालित

10 सालों में 500 से बढ़कर 29000 ई रिक्शा संचालित हो रहे हैं. वर्ष 2014 में शहर में 500 ई रिक्शा संचालित होते थे, जोकि 2018 में बढ़कर 14 हजार हो गए. वर्तमान में करीब 29 हजार से ज्यादा ई-रिक्शा जयपुर शहर में संचालित हो रहे हैं, जिनमें करीब 20 हजार तो केवल वॉल सिटी में ही संचालित हो रहे हैं. नगर निगम हेरिटेज मेयर मुनेश गुर्जर का कहना है कि ई रिक्शा संचालन से चार दिवारी में ट्रैफिक व्यवस्था गड़बड़ा गई है. इसको लेकर परिवहन विभाग को नगर निगम की ओर से पत्र लिखा जाएगा और ई-रिक्शा संचालन को लेकर जो भी सरकार की नीति है उसे शुरू करने का प्रयास करेंगे. क्योंकि वॉल सिटी की पहचान पूरे दुनिया में खूबसूरती के लिए है. ऐसे में यहां की पहचान को नुकसान नहीं होने देंगे.

ना कोई स्टैंड, ना ही बने कोई नियम

व्यापारियों का कहना है कि जब से ई रिक्शा का संचालन होने लगा है, तब से लगातार ट्रैफिक भी बढ़ गया है और आए दिन ट्रैफिक जाम की समस्या बनी रहती है. इसके चलते हमारे धंधे पर भी असर पड़ रहा है. अक्सर ग्राहक भारी भीड़ देखकर बाजार में नहीं निकलना चाहता. ऐसे में सरकार को ई रिक्शा संचालन को लेकर नियम बनाने चाहिए. उधर, ऑटो रिक्शा संचालकों का कहना है कि जब से ई-रिक्शा का संचालन होने लगा है, हमारे धंधे पर भी असर पड़ा है. ई-रिक्शा संचालकों के लिए ना ही तो कोई स्टैंड तय हुआ है, और ना ही कोई नियम हैं. ऐसे में किसी भी किराए भाड़े में यह लोग सवारी बैठा लेते हैं, जिससे कि हमें आर्थिक रूप से नुकसान हो रहा है.

वॉल सिटी में अक्सर रहता है जाम

वॉल सिटी में खरीदारी करने पहुंचे ग्राहकों का कहना है कि वॉल सिटी में वाहन लेकर आना काफी मुश्किल है. यहां अक्सर ट्रैफिक जाम की समस्या बनी रहती है, जिससे कि बाजार में खरीदारी करने में भी समय लग जाता है और काफी परेशानी उठानी पड़ती है.

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