Rajasthan Meat Shop Seized: 'कॉलोनी में बढ़ रहे थे कुत्तों के हमले', DM ने शिकायत मिलते ही सीज करवा दीं 6 मीट की दुकानें

कोतवाली थाना पुलिस का जाब्ता कार्रवाई के दौरान शांति और व्यवस्था बनाए रखने के लिए तैनात रहा, जिससे यह पूरी प्रक्रिया करीब एक घंटे तक शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुई. इस सख्त एक्शन के बाद शिक्षक कॉलोनी क्षेत्र में अब राहत और स्वच्छता का माहौल देखा जा रहा है.

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बहरोड़ में 6 अवैध मीट की दुकानें सीज, कलेक्टर के निर्देश पर गिरी गाज, जानें क्यों?
NDTV Reporter

Rajasthan News: राजस्थान के बहरोड़ में सार्वजनिक स्वास्थ्य, स्वच्छता और सुरक्षा के गंभीर उल्लंघन पर प्रशासन ने बड़ा एक्शन लिया है. शहर की शिक्षक कॉलोनी क्षेत्र में बिना लाइसेंस चल रही आधा दर्जन (6) मीट की दुकानों को नगर परिषद की टीम ने मौके पर सीज कर दिया. यह कार्रवाई जिला कलेक्टर प्रियंका गोस्वामी के सीधे निर्देश पर की गई है, जिसके बाद स्थानीय लोगों को लंबे समय से चली आ रही गंदगी और आवारा कुत्तों के आतंक से राहत मिली है.

कुत्तों के हमले बढ़ रहे थे

शिक्षक कॉलोनी क्षेत्र के स्थानीय निवासी लंबे समय से इन अवैध रूप से संचालित मीट की दुकानों से परेशान थे. दुकानों के आस-पास सफाई का घोर अभाव था. मांस के अपशिष्ट और कचरे के अवैज्ञानिक तरीके से निपटान के कारण पूरे क्षेत्र में असहनीय बदबू फैली रहती थी, जिससे लोगों का वहां रहना दूभर हो गया था. इन दुकानों से निकलने वाले मांसाहारी कचरे के कारण आवारा कुत्तों की संख्या अत्यधिक बढ़ गई थी. ये कुत्ते झुंडों में घूमते थे, जिसके कारण राहगीरों, बच्चों और वाहन चालकों पर उनके हमले की घटनाओं में लगातार वृद्धि हो रही थी.  कई बार चेतावनी दिए जाने के बावजूद ये दुकानें बिना किसी व्यापारिक लाइसेंस या स्वच्छता मानकों का पालन किए अवैध रूप से चलाई जा रही थीं.

प्रशासन को कहा थैंक यू

स्थानीय लोगों की लगातार बढ़ती शिकायतों और सार्वजनिक सुरक्षा के खतरे को देखते हुए, जिला कलेक्टर प्रियंका गोस्वामी ने बहरोड़ नगर परिषद को तत्काल और सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया. नगर परिषद आयुक्त नूर मोहम्मद के नेतृत्व में परिषद की टीम मौके पर पहुंची. पुलिस जाब्ते की मौजूदगी में शुरू हुई इस जांच में यह पाया गया कि दुकानों के पास मीट व्यवसाय चलाने के लिए आवश्यक कानूनी लाइसेंस और स्वच्छता प्रमाण पत्र नहीं थे. नियमों का गंभीर उल्लंघन पाए जाने पर टीम ने तत्काल प्रभाव से सभी छह दुकानों को सील (Seize) कर दिया. कार्रवाई के दौरान मौके पर भारी संख्या में लोग जमा हो गए. लोगों ने प्रशासन की इस कार्रवाई का खुले दिल से स्वागत किया और नगर परिषद टीम का धन्यवाद किया, क्योंकि यह उनकी महीनों पुरानी समस्या का समाधान था.

'स्वच्छता से समझौता नहीं'

नगर परिषद आयुक्त नूर मोहम्मद ने इस कार्रवाई के बाद एक स्पष्ट संदेश दिया. उन्होंने कहा, 'शहर में अवैध रूप से चल रही किसी भी मीट या मांस की दुकान को अब बख्शा नहीं जाएगा. जिन दुकानों के पास लाइसेंस नहीं है और जो नियमों का उल्लंघन कर रही थीं, उन्हें बंद करना आवश्यक था.' आयुक्त ने यह भी स्पष्ट किया कि यह कार्रवाई केवल एक शुरुआत है। भविष्य में शहर के अन्य हिस्सों, बाजारों और आबादी क्षेत्रों में भी अवैध और अस्वच्छ रूप से संचालित हो रही मांस की दुकानों के खिलाफ ऐसे ही जांच अभियान जारी रहेंगे.

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