अजमेर: भारत से लौटते हुए भावुक हुए पाकिस्तानी जायरीन, कहा- मौका मिला तो फिर आएंगे हिंदुस्तान

पाकिस्तान से अजमेर आए 230 पाकिस्तानी जायरीनों का जत्था आज शनिवार को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच अजमेर रेलवे स्टेशन से स्पेशल ट्रेन से अमृतसर के लिए रवाना हुआ. इस दौरान जायरीनों ने हिंदुस्तान की जमकर तारीफ की.

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पाकिस्तान वापस लौटते जायरीन.

812th Urs Mela Ajmer: विश्व प्रसिद्ध सूफी संत हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती के सालाना 812वें उर्स में शिरकत करने के लिए पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान से अजमेर आए 230 पाकिस्तानी जायरीनों का जत्था आज शनिवार को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच अजमेर रेलवे स्टेशन से स्पेशल ट्रेन से अमृतसर के लिए रवाना हुआ. इस दौरान जायरीनों ने हिंदुस्तान की जमकर तारीफ की. इस दौरान भारत से लौटते समय कई पाकिस्तानी जायरीन भावुक नजर आए. कई ने यह भी कहा कि मौका मिला तो फिर भारत आएंगे. 

कड़ी सुरक्षा के बीच आए स्टेशन

इससे पूर्व अजमेर के सेंट्रल गर्ल्स स्कूल में पिछले 5 दिनों से रह रहे पाकिस्तानी जायरीनों को कड़ी पुलिस सुरक्षा के बीच रोडवेज बसों से रेलवे स्टेशन पर लाया गया, रेलवे स्टेशन पर पहुंचने के बाद सभी के सामान की गहनता से जांच की गई और उसके बाद उनको विशेष ट्रेन में बैठाया गया.

पाकिस्तानी जायरिनों ने सरकार का शुक्रिया अदा किया और दोनों देशों के रिश्ते अच्छे हो इसकी दुआ मांगी है साथ ही मौका मिलने पर दुबारा भारत आने की इच्छा जताई है.

वतन लौटते समय पाकिस्तानी जायरीन लाहौर निवासी इशरत कमाल ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि उन्हें अजमेर आकर बहुत सुकून मिला है और जिला प्रशासन व पुलिस की ओर से उनको किसी तरह की कोई परेशानी नहीं हुई. 

'हिंदुस्तान में रहकर अच्छा लगा'

वहीं अन्य पाकिस्तानी जायरीन ने सरकार का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि हमने दरगाह में मन्नत मांगी है कि दोनों मुल्क आपस में मिलजुलकर रहें. उन्हे यहां रहकर मजा आया किसी तरह की कोई कोई परेशानी नही हुई. 

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पाकिस्तानी जायरीनों ने कहा कि पाकिस्तान में रह रहे हिंदू अच्छे हैं और दोनों देश के प्रधानमंत्री अच्छा कार्य कर रहे हैं. आपको बता दें कि धार्मिक यात्रा संधि के तहत पाकिस्तानी जायरीनों का जत्था हर साल ख्वाजा गरीब नवाज के सालाना उर्स में शिरकत करने के लिए अजमेर आता है

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