राजस्थान में 841 पाकिस्तानी शरणार्थियों ने लॉन्ग टर्म वीजा के लिए किया अप्लाई, अब तक 109 को वापस PAK भेजा

Rajasthan News: राजस्थान से पाक विस्थापित हिंदुओं ने भी शरण के लिए एलटीवी के लिए आवेदन किया है. पिछले दिनों राजस्थान से दीर्घकालीन या मेडिकल वीजा पर आए 109 पाकिस्तानी नागरिकों को वापस पाकिस्तान भेजा गया है.

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प्रतीकात्म तस्वीर

Pakistani Hindu refugees: पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने सख्त कदम उठाते हुए भारत आए उन पाकिस्तानी नागरिकों को वापस भेजने का आदेश दिया है, जिनकी वीजा वैधता समाप्त हो गई थी. ऐसे में अब तक करीब हजारों लोग जो शॉर्ट टर्म और मेडिकल वीजा पर भारत आए थे, उन्हें वापस पाकिस्तान भेजा जा चुका है. जिसके बाद अभी भी कई लोग ऐसे हैं जो भारत में शरण के लिए सरकार से गुहार लगा रहे हैं. इन लोगों को राहत देते हुए एक निर्देश जारी किया गया है. जिसे सरकार के विदेशी पंजीकरण कार्यालय की ओर से जारी किया गया है. जिसके बाद पाकिस्तानी हिंदू शरणार्थियों ( Pakistani Hindu refugee)में खुशी की लहर है.

841 पाकिस्तानी अल्पसंख्यक नागरिकों ने एलटीवी के लिए आवेदन किया

इसी क्रम में राजस्थान से पाक विस्थापित हिंदुओं ने भी शरण के लिए एलटीवी के लिए आवेदन किया है. पुलिस मुख्यालय की जानकारी के अनुसार, विभिन्न वीजा पर राजस्थान आए 841 पाकिस्तानी अल्पसंख्यक नागरिकों ने एलटीवी (Long Term Visa) के लिए आवेदन किया है. उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों राजस्थान से दीर्घकालीन या मेडिकल वीजा पर आए 109 पाकिस्तानी नागरिकों को वापस पाकिस्तान भेजा गया है.

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लॉन्ग टर्म वीजा मिलने के बाद 5 साल तक भारत में रह सकेंगे

इन  841 पाकिस्तानी अल्पसंख्यक नागरिकों में से  अधिकांश वे लोग शामिल हैं जो पाकिस्तान में धार्मिक अल्पसंख्यक समुदायों से संबंधित हैं और वर्षों से राजस्थान के विभिन्न हिस्सों में रह हे हैं. इन्हें लॉन्ग टर्म वीज़ा मिलने के बाद ये भारत में रहने, रोजगार, शिक्षा और अन्य मूलभूत सुविधाओं तक लाभ का कानूनी अधिकार मिल सकेगा. राजस्थान सरकार और गृह मंत्रालय इन आवेदनों की सक्रियता से जांच कर रहे हैं ताकि जो वास्तव में उत्पीड़न के शिकार हैं और कानूनी रूप से पात्र हैं, उन्हें राहत मिल सके.

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एलटीवी वीज़ा क्या है?

एलटीवी (Long Term Visa) पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान के अल्पसंख्यकों को जारी किया जाता है - जिसमें हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई शामिल हैं. इसके अलावा, भारतीय पुरुषों से विवाहित पाकिस्तानी या बांग्लादेशी महिलाएं भी इसके लिए आवेदन कर सकती हैं.एलटीवी आमतौर पर पांच साल के लिए जारी किया जाता है.

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