पत्थर का हुआ दिल... भैया दूज पर पालना गृह में बिलखती हुई मिली नवजात

भैया दूज पर रतनगढ अस्पताल के पालना गृह में अज्ञात नवजात बालिका मिली है. चिकित्सकों ने नवजात की स्थिति सामान्य बताई है.

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नवजात बच्ची की देखभाल करते डॉक्टर.
चूरू:

चूरू: बुधवार को पूरे देश में भैया दूज का त्योहार पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. इस मौके पर बहनों ने भाइयों के माथे पर तिलक लगाकर उनकी समृद्धि की कामना की. लेकिन भैया दूज की रात में ही राजस्थान के चूरू जिले में एक नवजात रोती हुई हालत में मिली. दरअसल जिले के रतनगढ़ के राजकीय जालान अस्पताल के पालना गृह में बुधवार सुबह करीब 10 बजे किसी अज्ञात ने एक नवजात बालिका को पालना में छोड़ दिया. वहीं पालना गृह का जैसे ही अलार्म बजा वैसे ही अस्पताल प्रशासन भी अलर्ट हो गया है.

पालना गृह में जाकर देखने पर नवजात बालिका रोती हुई मिली. अस्पताल प्रशासन ने तुरन्त ही बालिका को शिशु रोग विशेषज्ञ को चेक अप करने के लिए भेज दिया है. वहां नवजात की स्थिति सही नहीं होने पर प्राथमिक ईलाज होने के बाद उसको चूरू के डीबी अस्पताल रेफर किया गया है.

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अस्पताल के शिशु रोग विशेषज्ञ डाॅ. पवन कुमार ने बताया कि अज्ञात नवजात बालिका का वजन 2 किलो दो ग्राम है.

चूरू के डीबी अस्पताल के मातृ शिशु इकाई के एसएनसीयू वार्ड में नवजात को भर्ती किया गया. अस्पताल के शिशु रोग विशेषज्ञ डाॅ. पवन कुमार ने बताया कि अज्ञात नवजात बालिका का वजन 2 किलो दो ग्राम है. प्रथम दृष्टया नवजात की स्थिति सामान्य है.

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पालना गृह में मिली नवजात बच्ची की जांच करते डॉक्टर

नवजात के शरीर का तापमान भी सामान्य है. वह शिशु भूख के कारण रो रही थी. इसलिए मदर मिल्क बैंक से दूध मंगवाकर उसको पिलाया गया. फिलहाल नवजात बालिका स्वस्थ है. अभी उसको बुखार और सर्दी जैसी कोई भी तकलीफ नहीं है.

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इसके अलावा नवजात की जांच करवायी जा रही है.  इसकी रिपोर्ट आने के बाद ही आगे कुछ कह सकते है. नवजात का प्राथमिक इलाज शुरू कर दिया गया है. अस्पताल की यशोदा फिलहाल इस बेटी की देखभाल कर रही है. 

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