शॉर्ट सर्किट से लगी भीषण आग, 9 परिवारों का उजड़ा आशियाना, दाने-दाने के मुहताज हुए लोग

Rajasthan Fire News: पीड़ित परिवारों ने बताया आग हादसे में अनाज, कपड़े, बर्तन, पशुओं का चारा, नगदी समेत सभी गृहस्थी का सामान जलकर राख हो गया.

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भीषण आग के दौरान की तस्वीर

Dholpur House Burning News: भीषण गर्मी के बीच राजस्थान के कई इलाकों में आग की खबरें सामने आ रही हैं. इसी बीच आग की चपेट में आए 9 परिवारों के आशियाने ही उजड़ गएं. यह खबर धौलपुर के कंचनपुर थाना क्षेत्र के गांव गडरपुरा से सामने आई है. जहां गुरुवार को शार्ट सर्किट से भीषण आग लग गई. आग हादसे में 9 परिवारों का घर गृहस्थी का सारा सामान जलकर राख हो गया है. पीड़ित परिवारों पर खाने के लिए अनाज का एक दाना भी नहीं बचा है.

हादसे में गवांया सबकुछ

आग हादसे का शिकार हुए सुरेश सिंह ने बताया गुरुवार दोपहर को गडरपुरा गांव में बिजली के तार में हुए फाल्ट से आग लग गई. तेज धूप और हवा का असर होने की वजह से आग ने आसपास के 9 घरों को जद में ले लिया. पल भर में आग ने भयानक रूप ले लिया. धू धू कर 9 घर पीड़ितों के सामने जलते रहें. महिला और बच्चे चीख पुकार मचाते रहे. हादसे के दौरान पुरुषों ने साहस का काम करते हुए महिला और बच्चों को सुरक्षित निकाल लिया.

निजी स्तर पर आग को बुझाने का किया प्रयास

ग्रामीणों द्वारा निजी स्तर पर खुद के समरसेबल एवं हैंडपंपों के माध्यम से आग को बुझाने का प्रयास किया. लेकिन कुछ छप्परपोश और टीन सेड मकान होने की वजह से आग पर काबू नहीं पाया जा सका. हताश ग्रामीणों ने हादसे की सूचना स्थानीय बाड़ी उपखंड प्रशासन को दी. प्रशासन द्वारा घटनास्थल पर पहुंचकर दमकल गाड़ी को बुलाया गया. लेकिन तब तक ग्रामीणों का सब कुछ जलकर राख हो गया. देरी से पहुंची दमकल को लेकर ग्रामीणों में नाराजगी देखी गई.

इनका हुआ नुकसान

आग हादसे में भूरी सिंह पुत्र रामस्वरूप कुशवाहा, भजना पुत्र भगवान सिंह कुशवाहा, बनवारी पुत्र भगवान सिंह कुशवाहा, सुरेश सिंह पुत्र चत्ताराम कुशवाहा, रज्जो कुशवाहा पुत्र सुरेश कुशवाहा, राम सिंह कुशवाहा पुत्र सुरेश कुशवाहा, कप्तान सिंह कुशवाहा पुत्र रामस्वरूप कुशवाहा, मुरारी लाल कुशवाहा पुत्र सुरेश कुशवाहा एवं सतीश कुशवाहा पुत्र सुरेश कुशवाहा का नुकसान हुआ है.

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खाने के लिए नहीं बचा एक भी दाना

पीड़ित सुरेश सिंह कुशवाहा ने बताया आग हादसे में गृहस्थी का सारा सामान जलकर स्वभाव हो गया है. पीड़ित परिवारों के पास खाने के लिए एक दाना और पहनने के लिए कपड़े नहीं बचे हैं. जो परिवार पूरी तरह से सड़क पर आ गए हैं. सोने के लिए आशियाना और किसी भी प्रकार का साधन नहीं रहा है. प्रशासन ने कागजों में सर्व जरूर शुरू कर दिया है. लेकिन राहत के नाम पर किसी भी प्रकार की सामग्री उपलब्ध नहीं कराई गई है.

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