Rajasthan: जालोर में नर्मदा पाइपलाइन फटी, अनार और जीरे की कई बीघे की फसल बर्बाद; किसान बोले- 10वीं बार हुआ

किसानों ने बताया कि पाइपलाइन हर कुछ दिनों में फट जाती है जिससे फसल पूरी तरह खराब हो जाती है और अगली खेती के लिए किसानों को फिर से कर्ज लेना पड़ता है.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
नर्मदा पाइपलाइन में लीकेज के बाद हर बार मरम्मत होती है लेकिन उससे स्थायी हल नहीं निकलता
NDTV

राजस्थान के जालोर जिले के निंबलाना गांव के किसान नर्मदा पाइपलाइन के बार-बार फटने से परेशान हैं. यहां से गुज़रनेवाली नर्मदा की मुख्य पाइपलाइन पिछले कुछ महीनों में 10 बार लीक हो चुकी है. बार-बार हो रहे इन लीकेज के कारण किसानों के खेत जलमग्न हो रहे हैं और अनार, जीरा सहित अन्य फसलें लगातार चौपट हो रही हैं. रविवार को एक बार फिर पाइपलाइन में बड़ा लीकेज हुआ, जिससे आसपास के खेतों में घुटनों तक पानी भर गया. खेतों में लगाए गए अनार के पौधे पानी में डूब गए, कई किसानों की जीरे की फसल भी पूरी तरह नष्ट हो गई.

खेतों में भर जाता है कई फीट पानी

गांव के किसानों ने बताया कि पाइपलाइन हर कुछ दिनों में फट जाती है. एक किसान बाबूलाल चौधरी ने बताया,"हर बार वही हाल होता है. खेत पानी से भर जाते हैं, फसल पूरी तरह खराब हो जाती है और अगली खेती के लिए किसानों को फिर से कर्ज लेना पड़ता है. अब तक लाखों की फसलें डूब चुकी हैं. हर बार कर्ज लेकर खेती करनी पड़ती है. किसान लगातार आर्थिक संकट में फंसते जा रहे हैं."

खेतों में पानी भरने से अनार खराब हो जाते हैं
Photo Credit: NDTV

ग्रामीणों ने बताया कि इस बारे में नर्मदा विभाग से कई बार शिकायत की गई लेकिन विभाग केवल अस्थायी पैचवर्क कर देता है, और कुछ दिनों बाद वही पैच फिर से जवाब दे देता है और पाइपलाइन दोबारा फट जाती है. ग्रामीणों का आरोप है कि सिंचाई विभाग ने अब तक इस समस्या का स्थायी समाधान नहीं किया जिससे किसानों का नुकसान लगातार बढ़ रहा है.

किसानों ने मांग की कि पाइपलाइन की पूरी जांच कर और कमजोर हिस्सों को बदला जाए. साथ ही, इस बारे में जिम्मेदारी तय की जाए. उनका कहना है कि जब तक लाइन को पूरी तरह दुरुस्त नहीं किया जाएगा, किसानों की फसलें सुरक्षित नहीं रह सकतीं और नुकसान का सिलसिला जारी रहेगा.

Advertisement

खेतों में अनार और जीरे के अलावा और भी कई फसलें लगी हुई हैं
Photo Credit: NDTV

नर्मदा विभाग ने बताई वजह

इस बार लीकेज की शिकायत सुनकर नर्मदा परियोजना के अधिकारी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और पाइपलाइन की मरम्मत का काम शुरू कर दिया गया. नर्मदा परियोजन के सहायक अभियंता (एईएन) विपुल टाक ने बताया, "यह 800 एमएम की पाइपलाइन है जिससे पानी आहोर डाता है. पंप के पास होने के वजह से इस पाइपलाइन में प्रेशर ज़्यादा होता है. हमने पहले चेक किया तो देखा कि इस जगह पर दो पाइप खराब थे. हमने उसकी माप लेकर और लागत बनाकर आगे बढ़ा दिया है."

अधिकारी ने आश्वासन दिया कि पाइप बदले जाने के बाद ऐसी समस्या नहीं आएगी और इस समस्या का स्थायी समाधान निकल जाएगा.

Advertisement

ये भी पढ़ें-: हेलीकॉप्‍टर से जाना चाहते हैं मेहंदीपुर बालाजी तो क‍ितना देना होगा क‍िराया, देख लें रेट ल‍िस्‍ट

Topics mentioned in this article