Rajasthan: राजस्थान के झालावाड़ जिले में रविवार को एक कार्यक्रम के दौरान आदिवासियों के बीच भिड़ंत हो गई. खबर आई कि एक समूह ने सांसद राजकुमार रोत के एक बयान का कथित तौर पर विरोध करते हुए हंगामा किय और बाद में पुलिस को हालात पर काबू पाने के लिए हल्का बल प्रयोग करना पड़ा. झालावाड़ के खंडिया इलाके में विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर रैली थी. रैली में रोत भी पहुंचे, जो बांसवाड़ा से भारत आदिवासी पार्टी (बीएपी) के सांसद हैं.
इस मामले पर अब बांसवाड़ा के सांसद राजकुमार रोत ने बयान दिया है. उन्होंने 'एक्स' पर लिखा कि यह भीलों के दो गुटों के बीच भिडंत नहीं थी, बल्कि यह भाजपा कार्यकर्ताओं और भीलों के बीच विवाद था. उन्होंने कहा, ''झालावाड़ घटना को लेकर कुछ चैनलों पर खबर चल रही है कि भील समाज के गुटों में आपसी भिड़ंत.''
''यह खबर बिलकुल गलत है. हकीकत घटनाक्रम यह कि झालावाड़ स्कूल हादसे में मृत छात्रों के न्याय व विश्व आदिवासी दिवस को लेकर आयोजित सभा में बीजेपी व एबीवीपी के नेता भगवा झंडे के साथ आकर हमारे पर हमला किया.''
बीजेपी नेता स्कूल हादसे में मरे छात्रों को न्याय तो नहीं देना चाहते
उन्होंने आगे कहा, ''बीजेपी नेता स्कूल हादसे में मरे छात्रों को न्याय तो नहीं देना चाहते है, लेकिन जो न्याय के लिये आवाज उठाते हैं उनके साथ भगवा धारण कर गुंडागर्दी पर उतर आ रहे हैं. भील समुदाय के दो गुट नही भिड़े, भील और बीजेपी के कार्यकर्ता भिड़े हैं.
पुलिस ने क्या बताया ?
मीडिया में इस तरह की खबरें भी हैं कि आदिवासियों के एक समूह ने आरक्षण संबंधी एक कथित बयान को लेकर सांसद का विरोध किया और वहां हंगामा हो गया. जब पुलिस ने हस्तक्षेप करने की कोशिश की, तो प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव कर दिया. पुलिस बल को स्थिति को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा.
पुलिस ने बताया कि रोत स्थानीय आदिवासी समुदाय द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे. इसी दौरान अरविंद भील के नेतृत्व में कुछ लोगों ने सांसद का विरोध किया और हंगामा किया. जब पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की, तो भीड़ में से किसी ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया. भीड़ को तितर-बितर करने के लिए बल प्रयोग किया गया.
यह भी पढ़ें - राजस्थान के शिक्षा विभाग में हुआ बड़ा तबादला, 500 से ज़्यादा प्रिंसिपल का ट्रांसफर; देखें लिस्ट