ACB Action: भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की कार्रवाई राजस्थान में लगातार जारी है. भ्रष्ट कर्मचारियों और अधिकारियों पर लगातार नकेल कस रही है. इसके बावजूद भ्रष्टाचार करने से अधिकारी और कर्मचारी नहीं चूक रहे हैं. ताजा मामला डूंगपुर का है. जहां एसीबी की टीम ने एक बैंक मैनेजर को दलाल के साथ रिश्वत लेते ट्रैप किया है. बैंक मैनेजर लोन के लिए रिश्वत की डील की थी. लेकिन एसीबी ने जाल बिछाकर उसे ट्रैप कर लिया. वहीं अब एसीबी की टीम मैनेजर और दलाल से पूछताछ कर रही है.
डूंगरपुर में प्रबंधक राजस्थान ग्रामीण बैंक शाखा मेताली के मैनेजर अभिमन्यु कुमार सिंह एक दलाल भूपेंद्र कुमार परमार जो बैंक मित्र के रूप में मुख्य शाखा राजस्थान ग्रामीण बैंक डूंगरपुर में पदस्थापित है, 45000 रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार हुआ है.
11 लाख के अलग-अलग कृषि लोन के लिए रिश्वत की डील
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस स्मिता श्रीवास्तव ने बताया कि एसीबी चौकी भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो, डूंगरपुर को 7 अक्टूबर को एक शिकायत मिली कि परिवादी और उसके भाई एवं मां के नाम से राजस्थान ग्रामीण बैंक शाखा मेताली से कृषि भुमि के लिए किसान क्रेडिट कार्ड पर ऋण लेने के लिए अलग-अलग कुल 11 लाख रुपये के ऋण के लिए आवेदन किया था. जो ऋण पास कराने के लिए परिवादी बैंक मैनेजर अभिमन्यु कुमार सिंह से मिला तो परिवादी के ऋण के 02 लाख रुपये दिये और 02 लाख रुपये बाकी रखे और कहा कि तुम्हारे परिवार वालों के मैनें जो 11 लाख रुपये का ऋण पास किया है उसके लिए मैं पचास हजार रूपये लूंगा. जो 50 हजार रुपये लेने के लिए मेरे मिलने वाले व्यक्ति का आपके पास फोन आयेगा उसे दे देन. बैंक मैनेजर द्वारा परिवादी का ऋण स्वीकृत करने की एवज में 50 हजार रूपये कि रिश्वत की मांग की जा रही है.
शिकायत के बाद उदयपुर रेंज एसीबी की टीम ने मामला का सत्यापन करवाया. इसके बाद बैंक मैनेजर भुपेंद्र कुमार को रंगे हाथ पकड़ने के लिए जा बिछाया. वहीं मैनेजर और दलाल एसीबी के ट्रैप में फंस गए और परिवादी से 45000 रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया. उसके पास से रिश्वत के पैसे की बरामदगी हुई है. वहीं अब एसीबी की टीम पूछताछ कर रही है. माना जा रहा है कि अब एसीबी की टीम उनके घर और ठिकानों पर छापेमारी करेंगी. जिसमें अहम खुलासे हो सकते हैं.
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