ACB Action: राजस्थान में सरकारी अधिकारी और कर्मचारियों में भ्रष्टाचार को लेकर शिकंजा कसा जा रहा है. इसके तहत भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) लगातार एक के बाद एक भ्रष्ट सरकारी कर्मचारियों पर कार्रवाई कर रही है. विभाग के अंदर और आम जनता को भ्रष्ट अधिकारी लूट मचाए हुए हैं. ऐसे में एसीबी इन अधिकारियों के खिलाफ हेल्पलाइन नंबर जारी कर लोगों से शिकायत करने को कहा है. ऐसे में छोटे से बड़े भ्रष्ट कर्मचारियों के खिलाफ शिकायत आ रही है और उन्हें ट्रैप किया जा रहा है. नया मामला बांसवाड़ा से आया है जहां ग्राम विकास अधिकारी (VDO) को रिश्वत लेते रंगे हाथ ट्रैप किया गया है.
भ्रष्टाचार निरोभ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए ग्राम विकास अधिकारी को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो बांसवाड़ा ने बुधवार को सरकारी कार्मिक को रंगे हाथों गिरफ्तार किया. एसीबी के अनुसार भापोर ग्राम विकास अधिकारी प्रभुलाल पारगी को 16 हजार रुपए की रिश्वत राशि लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है.
वेतन भुगतान के लिए मांगी थी 25 हजार रुपये की रिश्वत
महानिदेशक पुलिस डॉ रवि प्रकाश मेहरड़ा ने बताया कि एसीबी बांसवाडा को एक शिकायत मिली थी. जिसमें बताया गया था कि परिवादी के पिता अटल सेवा केन्द्र भापोर में ठेके के माध्यम से सुरक्षा गार्ड की नौकरी करते हैं. उसके पिताजी को पिछले पांच माह से वेतन का भुगतान नहीं हुआ है. वेतन भुगतान के लिए वेतन बिल बनाना पड़ता है. ऐसे में वेतन बिल बनाने के एवज में ग्राम पंचायत भापोर के वीडीओ प्रभुलाल पारगी ने 25,000 की मांग कर परेशान कर रहा था.
20 हजार में हुआ सौदा 16 हजार लेते रंगे हाथ पकड़ा गया
शिकायत के बाद विभाग ने बीते 20 जनवरी को रिश्वत की राशि मांगने का सत्यापन कराया. आरोपी द्वारा परिवादी से 20 हजार रुपए रिश्वत राशि लेने की सहमति बनी. सत्यापन के दौरान 4 हजार रुपए दिए. इसके बाद एसीबी उदयपुर रेंज के उप महानिरीक्षक राजेन्द्र प्रसाद गोयल के सुपरवीजन में एएसपी ऋषिकेश मीना के नेतृत्व में बुधवार को टीम ने ट्रैप की कार्रवाई को अंजाम दिया. आरोपी प्रभुलाल को बकाया 16 हज़ार रुपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया.